भोपाल। मध्य प्रदेश में दलित राजनीति का चेहरा एवं रिटायर्ड आईएएस रमेश थेटे ने विश्व हिंदू परिषद के नेता और भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर भोपाल लोकसभा सीट से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराने के लिए आंदोलन का ऐलान किया है। सांसद ठाकुर ने पिछले दिनों सीहोर में आयोजित क्षत्रिय सम्मेलन में कहा था कि 'शूद्र को शूद्र कह दो, तो बुरा लग जाता है।"
शूद्र असंवैधानिक शब्द है इसलिए सांसद के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए: रमेश थेटे
सेवानिवृत्त आईएएस थेटे ने मीडिया से चर्चा में कहा कि दलित वर्ग आपके सामने क्यों झुके। आप 2024 में प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, तो इन (सांसद) पर कार्यवाही क्यों नहीं करते। कोई शूद्र की तरह कैसे रह सकता है। थेटे ने कहा कि यह असंवैधानिक शब्द है। कानून बनाने वाले ही जब ऐसा करेंगे, तो कौन सुनेगा। इसलिए एट्रोसिटी एक्ट में सांसद पर कार्यवाही होना चाहिए और इसमें सरकार को पहल करना चाहिए।
यदि कोई कुछ नहीं कर पाया तो फिर मैं सामने आऊंगा: रिटायर्ड आईएएस रमेश थेटे
उन्होंने बताया कि दूसरे संगठन एफआईआर कराने के प्रयास कर रहे हैं। यदि वे सफल नहीं हुए, तो मैं खुद आगे आऊंगा। विधिवेत्ताओं से परामर्श कर एफआईआर कराई जाएगी और जनांदोलन खड़ा करेंगे। क्योंकि इस देश में बदलाव केवल सामाजिक क्रांति से आ सकता है।
रमेश थेटे ने कहा मैं राजनीति में कभी नहीं आऊंगा
पदोन्नति नहीं मिलने सहित एक अन्य मामले को लेकर शिवराज सरकार से नाराज थेटे ने सेवानिवृत्ति को गुलामी से मुक्ति बताया। उन्होंने कहा कि मैं घोषणा करता हूं, मेरी जान चली जाए, तो मैं इस वर्ग का अपमान नहीं होने दूंगा। जब उनसे राजनीति में आने का सवाल किया गया तो थेटे ने कहा कि बाबा साहब का रास्ता छोड़कर मैं राजनीति में कभी नहीं आऊंगा।