भोपाल। मध्य प्रदेश के बेरोजगारों, विशेष तौर पर पुलिस और शिक्षक भर्ती के लिए विशेष तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के साथ शिवराज सिंह सरकार एक अजीब सा खेल, खेल रही है। सरकारी नौकरियां दिखाती है और फिर छुपा लेती है। मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में कुछ ऐसा ही हुआ है। तारीख घोषित कर देने के बाद भी अब तक रूल बुक जारी नहीं की गई है। सरकार के इस रवैया से उम्मीदवार तड़प उठे हैं।
निर्धारित प्रक्रियाओं के विरुद्ध जाते हुए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल ने उप चुनाव के पहले मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा की घोषणा की थी। इसके लिए ऑफिशल नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया था, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं किया गया। सूत्र बताते हैं कि अब तक रूलबुक की फाइनल ड्राफ्टिंग तक नहीं हो पाई है। गृहविभाग से एमपी पीईबी को रूलबुक मिल चुकी है। इसके बाद भी इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
पीईबी के शेड्यूल के अनुसार यह परीक्षा 6 मार्च को होनी है लेकिन दोनों विभागों के बीच जिस तरह फाइल दौड़ रही है उसके अनुसार परीक्षा को भी आगे बढ़ाना पड़ सकता है। पीईबी के अधिकारियों का कहना है कि गृह विभाग के अप्रूवल के बाद ही रूलबुक जारी की जा सकती है। इधर, पुलिस भर्ती 2017 के बाद नहीं निकली है। इसलिए कई उम्मीदवार भर्ती की तैयारी करते करते ही ओवरएज हो गए हैं। वे अधिकतम आयु सीमा 37 वर्ष करने की मांग कर रहे हैं।