भोपाल। व्यापम जिसका नाम बदलकर मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड कर दिया गया है, का गठन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसलिए हुआ था ताकि भर्ती परीक्षाओं में राजनीतिक दखल बंद हो जाए लेकिन मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के आयोजन एवं भर्ती में जिस स्तर की राजनीति हो रही है, अपने आप में शर्मनाक है। दबाव में आए एमपी पीईबी मैनेजमेंट ने अपने परीक्षा कार्यक्रम में से Primary School Teacher Eligibility Test - 2020 की संभावित तारीख तक हटा दी।
1 दिन पहले रविवार को प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के सूत्रों ने बताया था कि परीक्षा के आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई है। ग्रुप 5 की परीक्षाएं पूरी होते ही शिक्षक वर्ग 3 की परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इस परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड तैयार कर लिए गए हैं एवं 29 दिसंबर तक उन्हें अपलोड कर दिया जाएगा ताकि उम्मीदवारों को विश्वास हो जाए और वह परीक्षा के लिए तैयारियां कर सकें।
MPPEB मैनेजमेंट ने पॉलीटिकल प्रेशर में नई तारीख घोषित नहीं की
2018 से लेकर अब तक प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल के डिसीजन कई बार पॉलीटिकल प्रेशर में नजर आए हैं। उप चुनाव से पहले मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन भी राजनीतिक दबाव का ही नतीजा माना गया था। प्राथमिक विद्यालयों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा भी मध्य प्रदेश के ताकतवर नेताओं के बीच संघर्ष का कारण बन गई है। सभी जानते थे कि ग्रुप 5 की परीक्षाओं के कारण एमपी टीईटी एग्जाम डेट आगे बढ़ेगी परंतु यह उम्मीद किसी को नहीं थी कि परीक्षा कार्यक्रम में Will Be Declared Soon लिखा नजर आएगा।