शक्ति रावत। दिन की झपकी वैसे तो कई लोगों की आदत होती है, लेकिन यह कम ही लोग जानते हैं, कि दिन में ली गई छोटी सी नैप यानि झपकी आपकी लाइफ के लिए काफी यूज़फुल हो सकती है। दरअसल शोध कहते हैं, कि दिन में कुछ देर के लिए ली गई नींद आपकी याददाश्त बढ़ाने से लेकर दिल को हेल्दी रखने तक की ताकत रखती है। पूरी दुनिया में लोग आमतौर पर 6 मिनिट से लेकर 90 मिनिट तक की नैप लेते हैं। तो आइए आज बात करते हैं, इससे होने वाले फायदों की।
20 मिनिट की NAP सबसे प्रभावी, छात्रों के दिमागी विकास के लिए
करीब 20 मिनिट के लिए झपकी लेना सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इससे आपके शरीर को पर्याप्त आराम मिल जाता है, यह आपको ऊर्जा से भर देती है, फिर आपको पूरे दिन आलस का सामना नहीं करना पड़ता। छात्रों पर इस नैप को लेकर किये गए प्रयोग के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि, इससे उनकी अलर्टनेस बढ़ी और उनका दिमागी विकास भी तेज हुआ।
6 मिनिट की नैप भी पर्याप्त, मेमोरी पावर बढ़ाने का काम करती है
वैसे शोध 6 मिनिट की छोटी नैप को भी आराम के लिहाज से परफेक्ट मानते हैं, लेकिन यह तभी कारगर साबित होती है, जब आपने रात को ठीक से अपनी पूरी नींद (लगभग 8 घंटे) ली है। 6 मिनिट की नैप मेमोरी पॉवर को बढ़ाने का काम करती है। लेकिन यह नाइट रेस्ट का स्थान नहीं ले सकती।
60 मिनिट की नैप नुकसानदायक भी हो सकती है
अगर आप दिन में अपने टाइम टेबल के अनुसार एक घंटे की झपकी लेते हैं, तो यह आपके याददाश्त से जुड़े टास्क को पूरा करने में मददगार साबित हो सकती है। लेकिन अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्पील मेडीसिन के शोधकर्ताओं के मुताबिक कई बार लंबी नैप सुस्ती ला देती है, और आपके आगे के कामों को प्रभावित भी करती है।
45 मिनिट की नैप स्ट्रेस से पीड़ित मरीजों के लिए फायदेमंद
हावर्ड मेडीकल स्कूल के डॉ रसेल का कहना है कि, 2008 में हुए एक शोध के अनुसार पौने घंटे की नैप स्ट्रेस के शिकार मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। इससे ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
90 मिनिट की नैप पूरी करती है, स्लीप सायकिल
आमतौर पर लोगों की रात की स्लीप सायकिल 4 से 6 घंटे की होती है। ऐसे में दिन में 90 मिनिट की नैप रात की स्लीप सायकिल के बराबर ही उपयोगी मानी जाती है। अधिकांश लोगों की स्लीप सायकिल 90 मिनिट के पेटर्न पर चलती है, इसलिये विज्ञान 90 मिनिट की नींद को उपयोगी मानता है। लेकिन सभी नींद विशेषज्ञ इस बात पर सहमत हैं, कि दिन के समय लंबी नींद नहीं लेनी चाहिये, बल्कि इससे बचना चाहिये।
-लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच हैं।