नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के हाईकमान गांधी परिवार को अहमद पटेल का रिप्लेसमेंट नहीं मिल पा रहा है। कमलनाथ और पी चिदंबरम कोशिश कर रहे हैं परंतु उनकी कोशिश नाकाफी साबित हो रही है। नतीजा यह है कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए सोनिया गांधी ने असंतुष्ट नेताओं से खुद बातचीत करने का फैसला लिया है। मामला जी23 का है।
जी23 यानी कांग्रेस के 23 नाराज नेताओं का गुट। सभी वरिष्ठ हैं और सबका जनाधार है। सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ और पी चिदंबरम लगातार असंतुष्ट नेताओं से चर्चा कर रहे थे परंतु दोनों नेता पार्टी में असंतोष को थामने में नाकाम साबित हुए। इन नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाया है। पार्टी के नेता चाहते हैं कि पार्टी में बड़े स्तर पर परिवर्तन किए जाएं ताकि पार्टी पूरी तरह से उखड़ कर खत्म ना हो जाए।
जब कांग्रेस पार्टी में कोई भी नेता अहमद पटेल को रिप्लेस नहीं कर पाया तो अंत में सोनिया गांधी ने खुद मोर्चा संभाल लिया। भरोसेमंद सूत्र ने बताया कि बीते दो हफ्तों के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से फोन पर एक से अधिक बार सीधी बातचीत हुई है। सोनिया गांधी चाहती है कि पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी ना हो।