नई दिल्ली। भारत सरकार ने JEE EXAM की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को ज्यादा अवसर उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। जैसे कि कयास लगाए जा रहे थे, केंद्रीय शिक्षा मंत्री की घोषणा के बाद उसकी पुष्टि हो गई है। JEE MAIN EXAM साल में चार बार आयोजित की जाएगी।
JEE MAIN EXAM कब कब आयोजित किया जाएगा
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने गुरुवार दिनांक 17 दिसंबर 2020 को जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 से जुड़ी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने घोषणा की कि जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई 2021 महीनों में चार सत्रों में कराई जाएगी। जेईई (मुख्य) परीक्षा का पहला सत्र 23-26 फरवरी, 2021 तक होगा।
JEE MAIN EXAM किन-किन भाषाओं में आयोजित किया जाएगा
उन्होंने यह घोषणा भी की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) पर अमल करते हुए जेईई (मुख्य) परीक्षा पहली बार 13 भाषाओं- असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में आयोजित की जाएगी।
JEE MAIN का NEW EXAM PATTERN क्या होगा
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि एक अभ्यर्थी को सभी चार सत्रों ने शामिल होने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि अभ्यर्थी एक से ज्यादा सत्र में शामिल होता है तो मेरिट सूची/ रैंकिंग तैयार करने के लिए उसके सर्वश्रेष्ठ NTA अंकों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने यह घोषणा भी की कि प्रश्न पत्र में 90 प्रश्न शामिल होंगे, जिनमें अभ्यर्थी को कुल 75 प्रश्नों के जवाब देने होंगे।
JEE MAIN NEW EXAM SYSYTEM से STUDENTS को क्या फायदा होगा
इस फैसले से विद्यार्थियों को होने वाले फायदों को गिनाते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 चार सत्रों में कराए जाने से अभ्यर्थियों को परीक्षा में अपने अंकों में सुधार करने के कई अवसर मिलेंगे, यदि वे एक प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि एक अभ्यर्थी की किसी एक महीने में बोर्ड परीक्षा है, या वह कोविड-19 के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है तो अभ्यर्थी जेईई (मुख्य)- 2021 में शामिल होने के लिए दूसरा महीना चुन सकता है।
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