इंदौर। रतलाम में पिछले दिनों हुए ट्रिपल मर्डर मामले में फरार चल रहे ₹50000 के इनामी बदमाश दिलीप देवल को एक एनकाउंटर के दौरान मार गिराया गया। दिलीप की तरफ से हुई फायरिंग में 6 पुलिस कर्मचारी घायल हुए हैं। जिनमें दो सब इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और 3 कांस्टेबल शामिल हैं।
खाचरोद रोड पर हुआ दिलीप देवल का एनकाउंटर
रतलाम पुलिस की ओर से बताया गया आएगी ट्रिपल मर्डर मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि मास्टरमाइंड दिलीप देवल फरार था। गुरुवार को खाचरोद रोड पर दिलीप की लोकेशन पुलिस को मिली थी। दिलीप ने पास की कॉलोनी में एक मकान किराए पर ले रखा था जिसमें वह रात को रुकने के लिए जा रहा था। पुलिस ने घेराबंदी करके दिलीप को सरेंडर के लिए ललकारा तो उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी।
दो सब इंस्पेक्टर सहित 5 पुलिस कर्मचारी घायल
दिलीप की तरफ से हुई फायरिंग में उप निरीक्षक अयूब खान, उप निरीक्षक अनुराग यादव, प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, आरक्षक हिम्मत सिंह गोड़, आरक्षक विपुल भावसार और आरक्षक बलराम घायल हुए हैं। जबकि जवाबी फायरिंग में दिलीप देवल की मौत हो गई। आरोपी ने पहले भी एक महिला की हत्या की थी। वह फिलहाल पैरोल पर था।
डॉ. प्रेमकुंवर सिसौदिया की हत्या भी दिलीप देवल ने की थी
तिहरे हत्याकांड के साथ ही पुलिस ने पांच माह पहले मनीष नगर में हुए डॉ. प्रेमकुंवर सिसौदिया के अंधे कत्ल की गुत्थी भी सुलझा ली थी। यह वारदात भी दिलीप ने दो अन्य साथियों के साथ की थी। दोनों मामलों में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जबकि दिलीप की तलाश जारी थी। मुठभेड़ में दो सब इंस्पेक्टर ओर तीन पुलिसकर्मी सहित 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इनका इलाज किया जा रहा है।
रतलाम ट्रिपल मर्डर मामला क्या है
रतलाम शहर के औद्योगिक क्षेत्र थाना के अंतर्गत आने वाले राजीव नगर (जवाहर नगर मुक्तिधाम के पास) स्थित एक 4 मंजिला मकान में रहने वाले 50 वर्षीय गोविंदराम सेन, उनकी पत्नी शारदा तथा 20 वर्षीय बेटी दिव्या सेन की कार्तिक शुक्ल एकादशी 25 नवंबर की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छोटी दीपावली होने की वजह से गोलियों की आवाज़ किसी को सुनाई नहीं दी। परिवार मकान की दूसरी मंजिल पर रहता था और अगले दिन सुबह जब तीसरी मंजिल पर रहने वाली किराएदार नर्स अपने स्कूटर की चाभी लेने परिवार के घर आई तब तीनों की लाश मिलने से घटनाक्रम उजागर हुआ।
लाशें दो अलग-अलग कमरों में थी और घर का दरवाजा खुला हुआ था। नर्स का स्कूटर जो घर के नीचे खड़ा था, वह भी मौके से गायब था। 26 नवंबर को ही पुलिस ने देवरा देवनारायण नगर से नर्स का स्कूटर खोज निकाला। पुलिस की पूछताछ में जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार मृतक गोविंदराम स्टेशन रोड स्थित एक हेयर सैलून पर काम करता था जबकि उसकी पत्नी शारदा के बारे में चोंकाने वाली बात पता चली कि वो अवैध शराब बिक्री कारोबार में संदिग्ध थी। बेटी दिव्या नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी तथा लॉकडाउन में कॉलेज की क्लास नहीं लगने के कारण अपनी बड़ी बहन मोना के साथ बिजली कंपनी से जुड़े किसी काम मे संलग्न थी। तीनों की हत्या सिर में गोली मारकर की गई थी।