भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति के यूथ ब्रांड ज्योतिरादित्य सिंधिया को 3 साल लंबे इंतजार के बाद सरकारी आवास आवंटित हो गया है। 2018 में शिवराज सिंह चौहान ने और 2019 में कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवेदन को डस्टबिन में डाल दिया था। सत्ता परिवर्तन के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सरकारी आवास के लिए 10 महीने इंतजार करवाया गया।
दिग्विजय सिंह की छत से दिखेगा ज्योतिरादित्य सिंधिया का आंगन
मध्य प्रदेश की राजनीति में मजेदार एंगल देखिए। ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्यामला हिल्स में B5 बंगला आवंटित किया गया है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह B1 में रहते हैं। दोनों की बीच कितनी कट्टर दुश्मनी है, बताने की जरूरत नहीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की 1-1 गतिविधि पर नजर रखने वाले दिग्विजय सिंह के लिए फायदे की बात यह है कि उनकी छत से ज्योतिरादित्य सिंधिया का आंगन दिखाई देगा। कौन आ रहा है, कौन जा रहा है सब पता चलता रहेगा।
सिंधिया समर्थकों की खुशी: दिग्विजय सिंह से 110 वर्ग मीटर बड़ा है महाराज का बंगला
ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कुछ ना कुछ पॉजिटिव देख ही लेते हैं। सिंधिया समर्थक इस बात से खुश हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का बंगला दिग्विजय सिंह के बंगले से 110 वर्ग मीटर बड़ा है।
एलाॅट बंगलों का एरिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया B-5- 6180 वर्गमीटर
दिग्विजय सिंह B- 1- 6070 वर्गमीटर
उमा भारती B-6- 4046 वर्गमीटर
ज्योतिरादित्य सिंधिया: सिर्फ चुनाव ही नहीं दिल्ली में अपनी पहचान भी हार गए थे
सिंधिया कई वर्षों से 27 सफदरजंग रोड बंगले में रह रहे थे। वो मध्य प्रदेश के गुना लोकसभा सीट से लगातार सांसद रहते हुए इसी बंगले में 17 साल रहे। यह बंगला पहले ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया को आवंटित हुआ था। उनकी असमय मृत्यु के बाद जब ज्योतिरादित्य चुनाव जीत कर संसद पहुंचे तो सरकार ने उन्हें यह बंगला आवंटित कर दिया था। इस बंगले से ज्योतिरादित्य की काफी यादें जुड़ी हैं, क्योंकि उनका लंबा समय यहां बीता है। राजनीति में कहा जाता था कि यह बंगला सरकार द्वारा स्थाई रूप से सिंधिया परिवार को दे दिया गया है।