भारत में अहमदाबाद से मुंबई के लिए बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इस यात्रा के दौरान बीच में समंदर भी आएगा। भारत की पहली बुलेट ट्रेन समुद्र के नीचे सुरंग में दौड़ती नजर आएगी। भारत की सात कंपनियां इस चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए तैयार हैं।
समुद्र के नीचे 2 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी
बुलेट ट्रेन परियोजना ((Bullet Train Project) में महाराष्ट्र में बीकेसी से कल्याण शिल्पाता तक 21 किमी लंबा अंडरग्राउंड कॉरिडोर होगा। अधिकारी ने कहा कि इस अंडरग्राउंड कॉरिडोर का लगभग 7 किमी हिस्सा ठाणे क्रीक के नीचे है। इसमें से 1.8 किमी लंबे खंड को समुद्र के तल के नीचे विकसित किया जाना है, जबकि बाकी हिस्से को क्रीक के दोनों ओर मैंग्रोव मार्शलैंड पर बनाया जाना है।
अहमदाबाद से मुंबई मात्र 2 घंटे में, फिलहाल 7 घंटे लगते हैं
बुलेट ट्रेन के 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है, जो लगभग दो घंटे में 508 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। अभी मुंबई-अहमदाबाद के लिए ट्रेन को सात घंटे और विमान को लगभग एक घंटे का समय लगता है। 14 सितंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 1.08 लाख करोड़ रुपये (17 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की एचएसआर परियोजना की आधारशिला रखी थी।
19 फरवरी तक बोली लगा सकती हैं कंपनियां
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (NHSRCL) के एक अधिकारी ने बताया, 'बुलेट ट्रेन समुद्र के नीचे ((Under Sea Bullet Train) सुरंग को बनाने के लिए सात भारतीय कंपनियों ने बोली में हिस्सा लिया है। अधिकारी ने कहा कि सुरंग के निर्माण के लिए निविदा मंगाई गई है और 19 फरवरी, 2021 तक बोलियां आमंत्रित की गई हैं।