भारत में ज्यादातर लोग जब पर्यटन के लिए जाते हैं तो किसी स्थान का चुनाव करते हैं। रेल यात्रा के दौरान आराम करना पसंद करते हैं ताकि पर्यटक स्थल पर पहुंचकर उसका पूरा आनंद लिया जा सके परंतु यदि आप अपनी यात्रा को ही पर्यटन बना लेना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि भारत के 7 ट्रेन रूट ऐसे हैं, जिसमें आप आराम नहीं कर पाएंगे। यह अपने आप में पूरा पर्यटन है। गंतव्य तक पहुंचते-पहुंचते आप आनंद और रोमांच से भरे हुए होंगे।
1. मुंबई-गोवा रेल यात्रा: प्राकृतिक नजारे पसंद करने वालों के लिए अद्भुत पर्यटन
मुंबई से गोवा की यह यात्रा सहयाद्री की ओर जाने वाले और अरब सागर के किनारे को विभाजित करती है। यह पूरा रास्ता बहुत ही सुंदर प्राकृतिक परिदृश्यों, सुरंगों की श्रेणियों, पुलों, तटीय परिधीय क्षेत्र, पश्चिमी घाट के चरण, (सहयाद्री का दूसरा नाम) असंख्य छोटी नदियों, मौसमी धारा एवं हरे-भरे घास के मैदानों से भरा हुआ है। इस यात्रा का समय 14 घंटे है।
2. मेथेरन - नेरल: घाट और बीहड़ के ऐसे नजारे कहीं और नहीं दिखेंगे
मेथेरन से नेरल के बीच जाने वाला यह एक संकरा रास्ता है ,जो कि भारत के सबसे अच्छे ट्रेन रूट्स में से एक है। यह घाट के बीहड़ इलाकों से निकला हुआ एक रास्ता है, जो कि अत्यधिक संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह महाराष्ट्र सरकार की धरोहर है। इस यात्रा का समय मात्र 2 घंटे है।
3. रत्नागिरि- मैंगलोर ट्रेन रूट पर्यटकों को सम्मोहित करता है
महाराष्ट्र में कोंकण रेलवे वास्तव में मराठियों को आकर्षित करता है। कोंकण रेलवे की यात्रा वास्तव में बहुत ही सुंदर और दिलचस्प है। यहां बहुत ही घने जंगल, विशाल पश्चिमी घाट, गहरे टनल, नदी पुल, नुकीले पुल और असंख्य मौसमी धाराएं हैं, जो कि पर्यटकों को मंत्रमुग्ध और सम्मोहित करती हैं। यात्रा का समय 10 घंटे हैं।
4. मंडपम - रामेश्वरम ट्रेन रूट: समुद्र में चलती रेल, पंबन आईलैंड पहुंचती है
पंबन द्वीप पर स्थित रामेश्वरम सुरम्य, शांति और स्थिरता लिए हुए है। यह निश्चित ही भारत की 10 सबसे अच्छी ट्रेन यात्राओं में से एक है। रामेश्वरम से भारत का दूसरा सबसे लंबा पुल, पाक जलसंधि (The palk strait) निकलता है जो कि एकमात्र एकमात्र ऐसा रास्ता है ,जो कि भारत के मुख्य क्षेत्र को पंबन आईलैंड से जोड़ता है।
यात्रा का समय 1 घंटा है।
5. मेलटूपालयम -ऊटी ट्रेन रूट: यह रेल यात्रा अपने आप में पूरा टूरिस्ट कैंप है
ऊटी 1908 से "नीलगिरी पैसेंजर" चला रहा है जो कि कि अभी भी भाप इंजन से चलती है। जो कि मेलटूपालयम से ऊटी जाती है। जैसे ही ट्रेन नीलगिरी पहाड़ पर चढ़ती है मोटे देवदार (pine), शाहबलूच (oak), नीलगिरी (Eukalyptus) के जंगल, झुकाव, टेढ़े- मेढ़े मोड़, सुरंगे सभी एशिया के सबसे खड़ी चट्टान के साथ साथ चलती है। एशिया के सबसे खड़ी चट्टान का ढाल 8.33 % है। नीलगिरी पैसेंजर 26 किलोमीटर का सफर 5 घंटे में पूरा करती है। यहां केलार, ऐडरली, हिलग्रोव, कटरी ,रुन्नीमेदे, लवडेल आदि रेलवे स्टेशन है। यात्रा का समय 5 घंटे है।
6. गुवाहाटी -सिलचर ट्रेन रूट: पर्यटकों के 10 घंटे कब गुजरेंगे पता ही नहीं चलेगा
यह यात्रा जतिंगा नदी, हरी-भरी असम घाटी, चाय के बागान और लहरदार उफनती घाटी पर अधिक जोर देती है। गुवाहाटी से सिलचर के रास्ते को लामडिंग और बराक घाटी बहुत ही सुंदर ट्रेन यात्राओं में से एक ट्रेन यात्रा बनाती है। यात्रा का समय 10 घंटे है।
7. बेंगलुरु - कन्याकुमारी आईलैंड एक्सप्रेस: 20 घंटे में हजारों रोमांचकारी दृश्य
दक्षिण भारत के दूसरे परिदृश्य में एक बहुत ही अद्भुत यात्रा है जिसमें बहुत ही सुंदर व आकर्षक गांव, पेड़ - पौधे, घास के मैदान, जलाशय आदि हैं, जो कि मैं बेंगलुरु से कन्याकुमारी तक फैले हैं। आईलैंड एक्सप्रेस 19.5 घंटे में 944 किलोमीटर की यात्रा तय करती है और आपको "मालगुडी डेज़ " की धरती पर ले जाती है। निश्चित रूप से यह रास्ता भारत की सबसे अच्छी ट्रेन यात्राओं में से एक है। यात्रा का समय 15 घंटे है।