भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और आसपास के जिलों में छह लोगों की हत्या कर चुका सीरियल किलर मनीराम छत्तीसगढ़ भागना चाहता था, लेकिन उसकी तलाश में 51 दिन से जुटी पुलिस ने उसे सागर के राहतगढ़ में दबोच लिया। पुलिस की आठ घंटे की पूछताछ में उसने इतना ही कहा कि मुझे पता नहीं है कि मैं लोगों की हत्या क्यों करता था। पुलिस आज सीरियल किलर को कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस हत्यारे को पांच दिन की रिमांड पर लेगी।
पुलिस की 8 घंटे लंबी पूछताछ में कहा कि मैंने सुना था कि तांत्रिक ऐसे ही लोगों को बरगलाकर ले जाते हैं और मार डालते हैं। इसलिए जब आदिल ने मुझसे अपने 17 हजार रुपए मांगे तो मैं उसे भी जंगल ले गया और तंत्र विद्या करने लगा, जब उसने आंखें मूंदी तो पीछे से पत्थर मार दिया। इसके बाद पत्थर से कुचलकर मार डाला। बोला- मुझे अपने बीबी-बच्चों से कोई लेना देना नहीं है, मैं खुद कमाकर जीवन गुजारना चाहता था।
एएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि वह बीते तीन साल से अपने परिवार से नहीं मिला था। 8 नवंबर को हत्या करने के बाद से जंगल-जंगल भटक रहा था। उसे लगता था कि तांत्रिक ऐसा करते हैं। इसे मानसिक विकार भी कह सकते हैं। थोड़े से लालच में आकर पैसे लेना और बाद में मर्डर कर देना। वह भी क्रूर तरीके से। पीछे से सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर देता था।
सीरियल किलर फरार होने के बाद वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था। वह घने जंगल में जाकर रहता था फल खाकर गुजारा करता था। असल में, तीन साल पहले जब वह पैरोल पर भागा था तो उसे बताया गया था कि अगर मोबाइल रखोगे तो पुलिस जल्दी पकड़ लेती है। इसके बाद उसने मोबाइल रखना बंद कर दिया था।
एएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि मनीराम की तलाश में पुलिस की तीन टीमें 51 दिन से लगातार इसके रिश्तेदारों, दोस्तों से पूछताछ करके और संभावित जगहों पर तलाश कर रही थी। इसके लिए कई बार विदिशा के जंगलों में दबिश दी गई, लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंचती, सीरियल किलर वहां से भाग जाता था। भोपाल में करीब दो महीने पहले युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या की थी। सीरियल किलर मनीराम जमीन में गड़े खजाने का लालच देकर युवक को जंगल ले गया था और हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पर 20 हजार रुपए का इनाम रखा था। अब तक वह 6 लोगों की इसी तरह जंगल में ले जाकर हत्या कर चुका है। पुलिस 74 लोगों से पूछताछ के बाद 51 दिन में 58 साल के इस आरोपी तक पहुंच सकी है।
पुलिस के मुताबिक, सीरियल किलर पांच मर्डर करने के बाद 2017 में पैरोल पर भाग गया था। इसके बाद 8 नवंबर को उसने भोपाल में वारदात को अंजाम दिया। मनीराम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के जंगलों में भी घूम रहा था और अब वह सागर से छत्तीसगढ़ भागना चाहता था। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के जंगल में उसका एक परिचित था, जो उसे बुला रहा था, उसने कहा था कि तुम यहां पर आ जाओ। मोबाइल मत लाना, जंगल में कोई नहीं पकड़ पाएगा। आराम से दोनों लोग रहेंगे। हमने इसके हर मूवमेंट पर नजर रखी, रिश्तेदार, दोस्त और हर रूट की जांच की गई। कहां पर जा सकता है, इन संभावनाओं पर काम करते रहे और आखिरकार पुलिस ने उसे पकड़ लिया।