भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नेहरू नगर में स्थित बालिका गृह में प्यारे मियां के माध्यम से यौन शोषण का शिकार हुई पांच नाबालिग लड़कियों में से एक की संदिग्ध मौत हो गई है। डॉक्टर का कहना है कि अत्यधिक मात्रा में नींद की गोली के सेवन से मौत हुई है। सवाल यह है कि बालिका गृह में नींद की गोलियां कहां से आई। लड़की ने आत्महत्या की है या फिर उसकी साजिश के तहत हत्या की गई है।
गौरतलब है कि 12 जुलाई 2020 को चाइल्ड लाइन की सदस्य अमिता मिश्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें उन्हाेंने बताया था कि शाहपुरा इलाके के एक फ्लैट में बर्थ-डे पार्टी के दौरान राजधानी के रसूखदार प्यारे मियां ने चार नाबालिग बालिकाओं का यौन शोषण किया। काउंसिलिंग में पता चला कि प्यारे मियां पूर्व में कई बार बालिकाओं के साथ दुष्कर्म कर चुका है। इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस ने बताया कि प्यारे मियां भोपाल एवं इंदौर में हाई प्रोफाइल प्राइवेट पार्टियों में कम उम्र की लड़कियां सप्लाई करता था। इन पार्टियों में लड़कियों को शराब पिलाकर अश्लील डांस करवाया जाता था एवं बलात्कार किया जाता था।
शिकायत के बाद पुलिस ने प्यारे मियां को नाबालिगों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में प्यारे मियां जेल में है, जबकि पांच पीड़ित किशोरियों को नेहरू नगर स्थित बालिका गृह में रखा गया था। बीते सोमवार शाम को उनमें से दो बालिकाओं की तबीयत खराब होने की सूचना बालिका गृह की अधीक्षिका ने बाल कल्याण समिति को दी थी। उनमें से एक बालिका की हालत गंभीर होने से उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बालिका गृह में पीड़ित लड़की की संदिग्ध मौत से उपजे सवाल
बुधवार रात करीब 11 बजे एएसपी रजत सकलेचा ने बालिका की मौत की पुष्टि कर दी। पीड़ित लड़की की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
बालिका गृह में इतनी अधिक मात्रा में नींद की गोलियां कहां से आई।
लड़की ने आत्महत्या किया या फिर साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है।
कहीं इस मौत के पीछे कोई दूसरी कहानी तो नहीं।
क्या बालिका गृह में कुछ ऐसा हो रहा है जो अप्रत्याशित है।
क्या बलात्कार की शिकार लड़की या फिर से किसी शोषण का शिकार हो रही है।