भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र में 2 साल के मासूम आर्यन परते की हत्या उसके ही पिता विनोद परते ने की थी। उसे शक था कि वह उसका बेटा नहीं है। आरोपी ने मासूम के सिर पर कड़ा मारकर बेहोश किया। मुंह और नाक में पानी भर दिया था। जब पत्नी घर पहुंची, तो बेटे को देख सहम गई। आरोपी पत्नी को डरा धमकाकर रात भर मामले को छिपाने की साजिश रचता रहा। मामला उजागर होने के बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया।
कोलार टीआई सुधीर अरजरिया के मुताबिक आरोपी का कहना था कि गुरुवार शाम बेटे को घर पर अकेला छोड़कर चला गया था। वह पानी के डिब्बे के पास खेल रहा था। वहां पर लाइट नहीं होने से अंधेरा था। जब वह लौटा, तो आर्यन डिब्बे के नीचे दबा पड़ा था। उसके मुंह और नाक में पानी भरा था। उसे अस्पताल ले गए थे। हालांकि उसने इस घटना के बारे में देर से बताने के बारे में कोई जवाब नहीं दिया था। विनोद के बयानों और घटनास्थल की तफ्तीश करने पर कई सवाल खड़े हुए। उसके बाद जब विनोद से सख्ती से पूछताछ की गई, तो मामले का खुलासा हो गया।
वह आर्यन को अस्पताल नहीं गया था। जब पत्नी आई, तो उसके साथ ही घर के अंदर गया था। बाद में उसने पत्नी को सबकुछ बता दिया था। पति-पत्नी के बयान मेल नहीं खा रहे थे। जब पुलिस के सामने विनोद का झूठ पकड़ा गया तो उसने पत्नी पर आरोप लगाते हुए कहा कि आर्यन उसका बेटा नहीं है, इसलिए उसे मार दिया। टीआई ने बताया, विनोद ने 15 दिन पहले भी आर्यन को मारने की कोशिश की थी। इसी दौरान उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया था। परिजन के आ जाने के कारण वह बच गया था।
विनोद ने बताया, उसे संदेह था कि आर्यन उसका बेटा नहीं है। पत्नी काफी समय से अलग रह रही थी। करीब 20 दिन पहले ही दोनों में सुलह हुई थी। उसके बाद वह बेटे के साथ उसके पास रहने आ गई। टीआई ने बताया कि उसकी पत्नी इससे पहले कोटरा स्थित पंचशील नगर में रह रही थी। विनोद ने बताया, पत्नी घर से कहीं चली गई थी। उस दौरान वह बेटे के साथ घर पर था। अचानक लाइट भी चली गई थी। उसने मोमबत्ती जलाई और फिर बेटे के सिर पर जोर से कड़ा मार दिया। वह चिल्लाया, लेकिन उसे मार डाला। उसके बाद हत्या को दुर्घटना बताने के लिए मुंह और नाक में पानी भरने के बाद डिब्बा उसके ऊपर रख दिया।
दो साल के आर्यन की संदिग्ध परिस्थितियों में घर में मौत हो गई थी। हैरानी की बात तो यह है कि माता-पिता रात भर इकलौते बेटे को घर में ही रखे रहे और किसी को कुछ नहीं बताया। घटना के करीब 14 घंटे बाद उन्होंने परिजनों को बताया, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। बच्चे के मां-बाप का कहना है कि खेलते समय बच्चे के ऊपर पानी से भरा डिब्बा गिर गया था। हालांकि पुलिस को मौके से पानी के ज्यादा बहने जैसे सबूत नहीं मिले।