नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परीक्षा के सिस्टम में दो बड़े परिवर्तन किए हैं। आगामी शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी भाषा और संस्कृत भाषा के पेपर दो स्तर पर होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP सुधार परीक्षा भी शुरू की जाएगी।
क्लास 10th और 12th के बोर्ड परीक्षा में योग्यता आधारित प्रश्न पहले से पूछे जाते है। बोर्ड ने हर साल सवालों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है। मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि एनईपी के प्रमुख हिस्से नए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत शामिल किए जाएंगे। एनसीएफ के लिए ग्राउंडवर्क शुरू हो गया है। यह अगले शैक्षणिक सत्र में विकसित हो सकता है।
बता दें सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने 31 दिसंबर को किया था। बोर्ड परीक्षा 4 मई से शुरू होगी और 10 जून 2021 को समाप्त होगी। जबकि प्रैक्टिकल एग्जाम 1 मार्च से शुरू होगी। फिलहाल बोर्ड ने डेटशीट जारी नहीं की है।
वहीं सोमवार को शिक्षा मंत्री पोखरियाल देश भर के केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के प्रश्नों का जवाब दिया। जेईई, एनईईटी के सिलेबस को कम करने या संशोधित सिलेबस पर आधारित प्रश्नों का जवाब देते हुए पोखरियाल ने कहा, स्टूडेंट्स को सिर्फ अपने बोर्ड परीक्षा के लिए संशोधित सिलेबस को पढ़ना है। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में कम किए गए पाठ्यक्रम से कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा।