भोपाल। भूमि स्वामियों को झांसा देकर निजी बैंक से करोड़ों रुपए का लोन लेने वाले चिनार ग्रुप के मालिक बिल्डर सुनील मूलचंदानी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सोमवार को उनके ईदगाह हिल्स स्थित घर पर दबिश दी। घर से सुनील और उनके पिता गोपीचंद मूलचंदानी फरार हैं।
मिसरोद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। प्रकरण में बैंक अफसरों को भी आरोपी बनाया गया है। बिल्डर ने भूमि स्वामियों से एक प्रोजेक्ट का अनुबंध कर उनकी जमीन बैंक में गिरवी रखवा दी और प्रोजेक्ट भी पूरा नहीं किया। उसने करीब 100 करोड़ रुपए अपने खाते में ट्रांसफर भी करा लिए थे।
मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा के मुताबिक रमेश कुमार भावनानी, शीतल देवी, पिनन चावला, रोशन चावला, दर्शन चावला समेत अन्य लोगों की शिकायत पर सुनील मूलचंदानी, गोपीचंद मूलचंदानी, डीएचएलएफ बैंक के निदेशक कपिल वाधवान, डायरेक्टर धीरज वाधवान समेत अन्य कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
शिकायतकर्ताओं की करीब 23 एकड़ जमीन ग्राम समरधा में है। वर्ष 2009 में उन्होंने अपनी जमीन का अनुबंध एक प्रोजेक्ट के लिए चिनार ग्रुप के मालिक बिल्डर सुनील मूलचंदानी से किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2014 तक करीब 2200 फ्लैट्स और शापिंग मॉल समेत अन्य निर्माण कार्य होना था।
शुरुआत में 5 करोड़ का लोन लिया, लेकिन और रुपयों की जरूरत पड़ी तो सुनील ने भूमि स्वामियों को झांसे में लेकर उक्त जमीन को डीएचएलएफ होम लोन फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखवाकर 44 करोड़ का लोन ले लिया। प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ तो लोन की राशि 66 करोड़ करा ली। इसके बाद भी काम पूरा नहीं हुआ तो तीन साल पहले 100 करोड़ का लोन लिया, जिसमें से पहले वाला लोन चुका दिया। इसके बाद भी प्रोजेट्स का काम पूरा नहीं हो पाया। मामलेे में पुलिस का कहना है कि बिल्डर सुनील ने 17 फर्जी एनओसी बनाकर जमीन की रजिस्ट्रियां भी करवा दी। इस काम में बैंक कर्मचारियों की भी मिलीभगत रही।