ग्वालियर। मध्य प्रेदश के ग्वालियर जिले के महाराजपुरा थाना क्षेत्र से 5 साल पहले लापता हुई लड़की को पुलिस ने सागर से बरामद किया है। पुलिस ने लड़की तक पहुंचने में काफी देर कर दी। लड़की तो मिली, लेकिन उसके साथ तीन बच्चे भी थे।
लड़की जब लापता हुई थी, तो परिजन ने उसकी उम्र 13 साल बताई थी, पर पुलिस को वह जहां से मिली, वहां वह प्रेमी के साथ रह रही थी। लापता ने अभी अपनी उम्र 23 साल बताई है। जिस समय वह घर से भागी थी, तब 18 साल की होने का दावा किया है। अब इस लापता लड़की की उम्र में पुलिस उलझकर रह गई है। अब असली उम्र का पता करने के लिए पुलिस लड़की का मेडिकल करा रही है।
महाराजपुरा थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग ने बताया, वर्ष 2016 में डीडी नगर से लड़की रानी (परिवर्तित नाम) के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की, लेकिन सुराग नहीं मिला। लापता होने के समय पिता ने उसकी उम्र 13 साल बताई थी। मूल रूप से यह परिवार टीकमगढ़ का रहने वाला है, लेकिन घटना के समय महाराजपुरा थाना के डीडी नगर में मजदूरी कर रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश में लगी हुई थी। दो दिन पहले उसके मोबाइल से सुराग मिला कि वह सागर में है। इसका पता चलते ही उप निरीक्षक जितेन्द्र मावई, आरक्षक भीकम, सिकरवार, गोविन्द राजावत, नागर सिंह, शैलेन्द्र सिंह और महिला आरक्षक आशा कुशवाह को सागर रवाना किया। यहां से लड़की को लाया गया।
लड़की की तलाश करते हुए सागर पहुंची पुलिस एक बार तो दंग ही रह गई। जिसे नाबालिग समझ रहे थे, उसकी गोद में तीन बच्चे थे। तीनों बेटियां थीं। बड़ी बेटी करीब 3 साल की थी और दो बेटियां एक साल पहले जुड़वां हुई थीं। पुलिस ने उसके पति को हिरासत में लिया और थाना ले आए। पकड़े जाने के बाद लापता लड़की ने बताया, अभी उसकी उम्र 23 साल है। पांच साल पहले वह 18 साल की होने पर प्रेमी के साथ गई थी। उसकी शादी उसकी बुआ की निगरानी में हुई है, जबकि उसके पिता का कहना था, लापता होने के समय वह 13 साल की थी। अब पुलिस उसकी उम्र का पता करने मेडिकल कराएगी।