ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में रविवार की सुबह घने कोहरे के साथ हुई है। शहर ने कोहरे की चादर ओढ़ ली है। कोहरा इतना घना था कि शहर में दृश्यता महज 25 मीटर तक रह गई थी, जबकि हाइवे पर यह 15 मीटर तक ही रही।
घने कोहरे का असर यातायात पर भी पड़ा है। हाइवे और शहर में जहां वाहन धीमी गति में चले हैं वहीं दिल्ली की ओर से आने वाली अधिकांश ट्रेने देरी से चल रही हैं। शहर सहित अंचल का मौसम एक दम बदल गया है। शनिवार को जहां हल्के बादल आसमान मे छाए हुए थे वहीं रविवार को घना कोहरा देखने को मिला है। यह हाल शहर सहित अंचल के अन्य जिलों दतिया, शिवपुरी, मुरैना व भिंड में भी देखने को मिला है।
मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि अभी जो सिस्टम सक्रिय है उसका ही असर है कि आसमान में बादल और कोहरा छाया हुआ है, लेकिन दो दिन में यह सिस्टम का असर खत्म हो जाएगा। उसके बाद आसमान साफ रहेगा और शीतलहर के साथ कड़ाके की ठंड फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। बीते दो दिन में दिन का पारा लुढ़का है तो रात का पारा चढ़ा है। यह मौसम का ही असर है।
बादल और धुंध के अलावा अब कोहरा भी छा रहा है। इस कारण धूप इतनी तेज नहीं लग रही है। शुक्रवार को दिन में अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री रहा था तो वहीं शनिवार को अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री गिरकर 24.4 डिग्री पर आ गया है। इसी तरह न्यूनतम तापमान शनिवार को 9.2 डिग्री रहा था, लेकिन रविवार सुबह यह बढ़कर 9.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
रविवार को कोहरा इतना घना था कि आसपास का नहीं दिख रहा था। मौसम विभाग से प्रसून पुरवर ने बताया कि शहर में दृश्यता मात्र 25 मीटर रह गई थी। जिस कारण सुबह-सुबह भी वाहनों की हेडलाइट चलानी पड़ी हैं। साथ ही दिल्ली से आने वाली ट्रेने शताब्दी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें 40 से 50 मिनट देरी से चलीं।