ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में घटना के बाद थाने पहुंचे घायल को ही पीटकर भगा देने से नाराज स्थानीय लोगों ने सड़क पर हंगामा करते हुए जाम लगा दिया। एक के बाद एक दो घटना के फरियादी के साथ ऐसा हुआ तो आक्रोश और भी भड़क गया। पर इसके बाद भी पुलिस नहीं मानी और हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ने डंडा निकाल लिया।
यहां एक युवक गिरकर बेहोश हो गया। इसके बाद तो वहां चीख पुकार मच गई। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस बैकफुट पर आ गई। घटना शुक्रवार दोपहर झांसी रोड थाना के सामने की है। जब SDM व अन्य पुलिस अफसर वहां पहुंचे तो हंगामा कर रहे लोग माने। उनको तत्काल FIR का आश्वासन दिया गया। इसके बाद जाम खुल सका। इस दौरान एक घंटे तक ट्रैफिक जाम रहा। झांसी रोड पारदी मोहल्ला निवासी किशन आदिवासी का भाई भानू ऑटो चलाता है। शुक्रवार दोपहर वह ऑटो लेकर आ रहा था तभी दो कार वाले आपस में रेस लगाते हुए निकले। दोनों कार के बीच में ऑटो फंस गया। टक्कर लगने से गाड़ी पलट गई। जिसमें वह उसकी पत्नी और बच्चा घायल हो गए।
घटना के बाद भानू थाना पहुंचा तो पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी और भगा दिया। इसी समय पारस विहार में रहने वाले 50 वर्षीय गट्टा आदिवासी पर 10 से 15 लोगों ने हमला कर दिया। किसी जमीन को लेकर विवाद में सिर में बका मार दिया। घायल को लेकर परिजन झांसी रोड थाना में पहुंचे। इन्हें भी पुलिस ने थाने से भगाने का प्रयास किया। इस पर दोनों घटनाओं के फरियादी पक्ष ने पुलिस की इस हरकत पर विरोध जाहिर किया। विरोध करने पर कुछ पुलिस जवानों ने डंडा चलाकर उन्हें खदेड़ दिया। इस दौरान गट्टा का एक रिश्तेदार बेहोश हो गया। यह देखकर लोग भड़क गए। बैरीकेड्स अड़ाकर झांसी रोड पर जाम लगा दिया और हंगामा शुरू कर दिया।
थाने के सामने हंगामा होते ही पुलिस बैकफुट पर आ गई। लोगों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन झांसी रोड थाना पुलिस से खफा लोग एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद जिला प्रशासन से SDM झांसी रोड विनोद भार्गव व थाना प्रभारी पंकज त्यागी वहां पहुंचे। तत्काल घायल को इलाज के लिए पहुंचाया। दोनों मामलों में FIR दर्ज करवाई गई। इसके बाद लोग सड़क से हटे और जाम खुला।