ग्वालियर। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के दबाव में शिवराज सिंह सरकार ने स्कूलों में सामान्य कक्षाएं संचालित करने के आदेश तो जारी कर दी है परंतु सरकार का आदेश बेअसर साबित हुआ। शुरुआत में कुछ बच्चे स्कूल आए थे परंतु अब तो वह भी नहीं आ रहे हैं। स्कूल खाली पड़े हुए हैं। शिक्षक धूप में बैठे रहते हैं।
करीब एक माह पहले (18 दिसंबर 2020) जब स्कूल खुले थे, तब विद्यार्थियों को खासी औपचारिकताएं निभाते हुए स्कूलों में प्रवेश दिया गया। मास्क, सैनेटाइजर, अभिभावकों का रजामंदी पत्र आदि लेकर ही विद्यार्थी को स्कूल आना था। कक्षा में भी बच्चों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठाया गया। बच्चों की उपस्थिति कम थी परंतु प्रशासन का कहना था कि समय के साथ संख्या बढ़ती चली जाएगी। ताजा स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है।
विद्यार्थी स्कूलों में न के बराबर पहुंच रहे हैं। कई स्कूलों में कक्षाएं पूरी तरह से खाली रहती हैं, बाहर शिक्षक धूप सेंक रहे हाेते हैं। अभिभावकों की चिंता यह है कि बच्चों का स्कूल का एक साल खराब होने के बाद अब दूसरा साल भी खराब न हो जाए।