ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी पुलिस थाना क्षेत्र में न्यू कलेक्टरेट रोड पर स्थित मेट्रो टावर के नजदीक झाड़ियों में मिली महिला की लाश की पहचान हो गई है। लाश अर्धनग्न और आधी जली हुई स्थिति में थी। गर्दन से कमर तक का हिस्सा जलाया गया था। महिला की पहचान लैंड रिकॉर्ड में कार्यरत महिला कर्मचारी सूर्या बैस के रूप में हुई है। सूर्या के पति संजय बैस पशु चिकित्सा विभाग में डॉक्टर हैं। इस मामले में उनका एक रिश्तेदार भी संदेह के घेरे में है जो शिवपुरी में डॉक्टर है।
महिला का शव गर्दन से लेकर कमर तक पूरी तरह जला हुआ था
न्यू कलेक्ट्रेट रोड स्थित मेट्रो टावर के सामने सड़क किनारे ढोल वालों ने अपना छप्पर डाल रखा है। उसके ठीक पीछे घनी झाड़ियां हैं। शनिवार सुबह एक व्यक्ति टायलेट के लिए वहां गया। झाड़ियों में किसी महिला का अधजला शव देखकर वह लौट आया और अन्य लोगों को बताया। इसके बाद यूनिवर्सिटी थाना पुलिस को सूचना दी। झाड़ियों में पड़ा महिला का शव गर्दन से लेकर कमर तक पूरी तरह जला हुआ था। लपटों से चेहरा भी झुलस गया था। कपड़े भी पूरी तरह जले हुए थे। शव से कुछ दूरी पर प्लास्टिक की कट्टी मिली है। इसमें ज्वलनशील पदार्थ मिला है, इसलिए आशंका है कि महिला के शव को कार में रखकर यहां लाया गया है और ज्वलनशील पदार्थ डालकर शव को जलाने का प्रयास किया गया। कमर के ऊपर तक शरीर पूरी तरह से जल गया है। मुंह भी झुलसा हुआ है।
डॉ संजय बैस ने शव को पहचानने से इंकार कर दिया था
शुक्रवार की रात दर्पण कॉलोनी में रहने वाली डॉ संजय बैस ने अपनी पत्नी सूर्या बैस के लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी। एक महिला का अधजला शव मिलने पर पुलिस संजय व उसके बहनोई को लेकर शव की पहचान कराने के लिए मौके पर पहुंची थी, लेकिन संजय ने शव पहचानने से इंकार कर दिया था, जबकि गुमशुदगी में उल्लेख था कि लापता महिला पीले रंग की कुर्ती पहने हुई है। मृतका के शरीर पर पीले रंग का कपड़ा था।
पुलिस को शक हुआ, बहन से पहचान कराई
मृतका की बहन ने जब अंगूठी देखी ताे तुरंत पहचान लिया कि यह ताे उसकी बड़ी बहन है। पुलिस उसी समय समझ गई थी कि संजय जानबूझकर शव को पहचानने से इंकार कर रहा है और इधर-उधर भाग रहा है। पुलिस ने संजय को फटकार भी लगाई थी। दोपहर में मृतका के मायके पक्ष के लोगों के आने के बाद शव की पहचान हुई। पुलिस ने तत्काल मृतका के पति को हत्या के संदेह में हिरासत में ले लिया है।
सीसीटीवी कैमरे में आग की लपटें व कार नजर आई
पुलिस ने शव की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की। पुलिस को झाड़ियों के सामने एक सीसीटीवी कैमरा नजर आया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में रात 11 बजे के लगभग झाड़ियों से आग की लपटें उठती नजर आईं। इससे पहले एक स्लेटी रंग की कार भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। यह कार संदेही पति संजय की बताई है।
सूर्या झांसी की और संजय सागर का रहने वाला है, अनुकंपा नियुक्ति मिली थी
मृत महिला कर्मचारी का मायका झांसी में है। सूर्या के पिता का देहांत होने के बाद मृतका के घर में सबसे बड़ी होने के कारण अनुकंपा नियुक्ति उसी को मिली थी। मृतका के छोटे-छोटे भाई-बहन हैं। मृतका का पति पशु चिकित्सा विभाग में चिकित्सक है। भाई-बहनों की जिम्मेदारी मृतका उठाती थी। संजय सागर का रहने वाला है। संदेही के साथ उसका बहनोई भी है, जो कि शिवपुरी में डाक्टर है। संजय की बहन ने लव मैरिज की है।
इन कारणों से है पति पर संदेह
- रात 12 बजे से एसपी अमित सांघी को 10 मिनट में 12 काल लगाकर बताया कि थाटीपुर थाना पुलिस उसकी गुमशुदगी दर्ज नहीं कर रही है। एसपी ने टीआइ को फटकार लगाई। टीआइ ने हेडमोहर्रिर की क्लास ली। एचसीएम ने बताया कि यहां कोई गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए नहीं आया है। रात सवा 12 बजे गुमशुदगी दर्ज हुई। इसके बाद रात भर से पुलिस गुमशुदा महिला की तलाश कर रही थी।
- मृतका के मोबाइल की लोकेशन गोविंदपुरी चौराहे पर मिलना बताया जा रहा है। पुलिस अब संदेही की मोबाइल लोकेशन भी निकाल रही है।
- रात 11 बजे झाड़ियों में से आग की लपटें उठते हुए फुटेज मिले हैं।
-फुटेज में स्लेटी रंग की एक कार नजर आई, जो कि संदेही की बताई जा रही है।
- पति ने जला हुआ शव पहचानने से इंकार क्यों किया।
गला दबाकर हत्या करने का संदेहः
पुलिस को आशंका है कि गला दबाकर हत्या की गई है। इससे पहले बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया है। संदेही का मुंह खुलवाने के लिए एएसपी आफिस में पूछताछ की जा रही है। महिला की गुमशुदगी थाटीपुर थाने में दर्ज है और मर्ग यूनिवर्सिटी थाने में ।
अधजले महिला के शव की पहचान के बाद पति को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सुबह तक महिला के अंधे कत्ल का खुलासा हो जाएगा।
अमित सांघी,एसपी