शक्ति रावत। पूरी दुनिया में इंसान खुशी रहने के लिए क्या-क्या नहीं करता, लोग हजारों-लाखों रूपये खर्च करके पता नहीं कहां-कहां खुशीयां तलाशते फिरते हैं, लेकिन सच्चाई यह है, कि जो अंदर से खुश नहीं वह दुनिया में कहीं भी जाकर खुश नहीं हो सकता। दरअसल खुशी हमारे आसपास ही होती है, लेकिन जीवन की भागदौड़ के बीच हम उसे देख ही नहीं पाते। जैसे कि, संगीत, फूलों की खुशबू, दोस्त और कसरत जैसे कई काम हैं, जो तुरंत आपको खुशी देते हैं, और यह बात शोधों ने भी प्रमाणित की है, तो यह जरूरी नहीं है कि, हर बार आपको खुश होने के लिए पैसे ही खर्च करने की जरूरत हो। आईये जानते हैं, हैप्पीनेस मैनेजमेंट के चार सरल और आसान सूत्र।
1- दोस्त ईश्वर का उपहार है, नेचुरल हैप्पीनेस देते हैं
हलेन केलर ने क्या खूब कहा है कि, रोशनी से भरे रास्ते पर अकेले चलने से कहीं बेहतर है, अंधेरे रास्ते पर एक दोस्त के साथ चलना। ब्रिटिश मेडीकल जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक अगर आपका करीबी दोस्त खुश है, तो आपकी खुशी में अपने आप इजाफा होता है, इतना ही नहीं किसी खास दोस्त से मिलते ही आपके तनाव का लेवल 50 फीसदी तक गिरता है, और दिगाम खुशी महसूस करने वाले हार्मोंस रिलीज करता है। यानि दोस्त ईश्वर का उपहार है, अगर आपके पास अच्छे दोस्त हैं, तो आप दूसरों से ज्यादा खुश हैं।
2-संगीत सबसे कारगर स्ट्रेस बस्टर है
प्लेटो का कहना है कि, संगीत दिमाग को पंख और कल्पनाओं को उड़ान देता है। जनरल ऑफ पॉजीटिव सायकोलॉजी का शोध कहता है, कि तेज वीट संगीत सुनने वाले लोग खुद को पॉजीटिव मूड में रखने में ज्यादा सक्षम होते हैं। दरअसल संगीत सबसे कारगर स्ट्रेस बस्टर है। यह आपके अंदर खुशी बढ़ाने वाले हार्मोन को सक्रिय करता है।
3- फूल की खुशबु लोगों को दयावान बनाती है
दलाई लामा मानते हैं, कि जीवन का उद्देश्य खुशहाल रहना है। फ्लोरेडा यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट कहती है कि, फूलों की खुशबू का हर इंसान की भावनाओं पर अच्छा असर होता है। प्रकृति की रचना इंसान को खुशी देती है, इतना ही नहीं बल्कि यह दूसरे के लिए कुछ करने की भावना भी इंसान के अंदर पैदा करती है।
4- कसरत करने से फील गुड कैमिकल ज्यादा मात्रा में रिलीज होते हैं
मशहूर दार्शनिक फ्रेडरिक नित्शे का मानना था कि, गहरे दर्शन से ज्यादा ज्ञान इंसान के शरीर में है, इसलिये इसे स्वस्थ्य रखना जरूरी है। रोजना सिर्फ 20 मिनिट की कसरत आपको फिट के साथ ही खुश भी बना सकती है। सेल्फ मैग्जीन की रिपोर्ट कहती है, कि कसरत करने के दौरान आपके शरीर में फील गुड कैमिकल ज्यादा मात्रा में रिलीज होते हैं, जो इंसान को ज्यादा खुशहाल बनाते हैं। -लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच हैं।