इंदौर। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा फरवरी से इंदौर, उज्जैन समेत मालवा-निमाड़ के सभी 15 जिला मुख्यालय वाले शहरों में शत प्रतिशत मीटर रीडिंग के ही बिल भेजें जाएंगे। फरवरी से ये शहर आंकलित खपत वाले बिजली बिल से मुक्त हो जाएंगे। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शहरों में आंकलित खपत से मुक्ति के लिए निर्देशित किया था।
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि आंकलित खपत से मुक्ति के लिए कंपनी ने विशेष अभियान चलाकर दिसंबर और जनवरी में एक लाख मीटर लगाए है। इसके बाद इंदौर, उज्जैन, रतलाम, खंडवा, बुरहानपुर, देवास, धार, आगर, शाजापुर, बड़वानी, खऱगोन, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, आलीराजपुर शहरों में पूर्ण मीटरीकरण की स्थिति बन गई है।
यहां फरवरी माह के बिजली बिल आंकलित खपत के बगैर यानि पूर्ण मीटर रीडिंग के आधार पर ही जारी किए जाएंगे। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि इंदौर व उज्जैन में सबसे ज्यादा लगभग 30 हजार मीटर लगाए गए है। अन्य शहरों में दो से पांच हजार मीटर लगाए गए है। मालवा और निमाड़ के सभी 15 जिला मुख्यालय वाले शहरों में कुल 12.90 लाख उपभोक्ता है।
उपभोक्ता को पूर्णतः सही बिल मिलेंगे। उपभोक्ता संतुष्टी का स्तर बढ़ेगा। बिल ठीक करने के आवेदनों में कमी आयेगी। बिजली कंपनी के प्रति विश्वास और बढ़ेगा। सही बिल के बाद समय पर भुगतान को प्रोत्साहन मिलेगा।