इंदौर। मध्य प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस नेताओं की मुसीबत बढ़ सकती है। शुक्रवार को तेजाजी नगर थाने क्षेत्र में किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसियों द्वारा चौराहे के पास चक्काजाम कर प्रदर्शन किए जाने के मामले में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, सदाशिव यादव, दौलत पटेल समेत करीब 50 कांग्रेसियों पर धारा 188 और धारा 341 के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें, तीन महीने पहले भी पुलिस कंट्रोल रूम पर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करने वाले तीन विधायक, पार्षदों समेत 200 लोगों के खिलाफ कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन का केस दर्ज किया गया था।
कृषि कानून के विरोध में शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी के प्रदर्शन और चक्काजाम के कारण तेजाजीनगर चौराहा पेट्रोल पंप के पास (भंवरकुआं की ओर आने वाली रोड पर) दो घंटे तक बंद रही। सड़क पर ट्रैक्टर खड़े थे और बीच सड़क में नेता-कार्यकर्ता बैठे थे। दो घंटे तक भाषण देते रहे। केंद्र सरकार और मोदी पर कांग्रेस नेताओं ने निशाना साधा। चक्काजाम से लोगों को काफी परेशानी हुई। पुलिस ने सड़क के दोनों ओर से ट्रैफिक डायवर्ट किया।
दोपहर 12 बजे से नेता धरनास्थल पर ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए थे। पुलिस ने सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी तो धरने का नेतृत्व कर रहे जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव नाराज हुए। उन्होंने कहा हमारे ट्रैक्टर को क्यों नहीं आने दिया जा रहा है? धरने में किसान भी शामिल हैं, उनके ट्रैक्टर आने दिए जाएं। वहीं, चक्काजाम के आधे घंटे बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी पहुंचे।
उन्होंने कहा केंद्र सरकार किसानों की मांग नहीं मान रही है। किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है। अंबानी-अडानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है। धरने के दौरान पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू, पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार सहित अन्य कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए। धरने के समापन पर विरोध स्वरूप ट्रैक्टर रैली भी निकाली। पटवारी ने कहा कांग्रेस का हर कार्यकर्ता एक-एक किसान के घर जाए। किसान को इस काले कानून के बारे में बताएं। देशभर के किसान नाराज हैं।