इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिला कलेक्टर मनीष सिंह के पिछले कुछ दिनों से प्रशासनिक कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़े तेवर देखने को मिल रहे हैं। पहले उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में अपने मातहत अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाम कसी। अब उन्होंने अन्य विभागों पर भी अपनी निगाहें जमा रखी हैं। कलेक्टर सिंह के कड़े तेवर की गाज मानपुर नगर पालिका के मुख्य अधिकारी (सीएमओ) रामचंद्र सोनेर पर गिरी है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
सूत्रों के अनुसार रामचंद्र लंबे समय से अपने कार्य के प्रति लापरवाह बने हुए हुए थे। उन्हें कई बार कार्य में सुधार के लिए चेतावनी भी दी लेकिन उन्होंने कोई सुधार नहीं किया। जिसका खामियाजा उनके निलंबन के रूप में देखने को मिला। रामचंद्र पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के कार्य में गंभीर लापरवाही बरती है। निलंबन के दौरान रामचंद्र का कार्यस्थल जिला शहरी विकास अभिकरण रहेगा। कलेक्टर ने रामचंद्र के स्थान पर उपयंत्री चंद्रशेखर माहौर को प्रभार सौंपने के आदेश दिए हैं।
मालूम हो कि कलेक्टर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अलावा नगर एवं ग्राम निवेश विभाग का भी दौरा किया था। उन्होंने अधिकारियों से अपने काम में सुधार करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि आम लोगों के काम में कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए अन्यथा उन पर निलंबन जैसी कार्यवाही भी की जा सकती है। कलेक्टर ने तहसील कार्यालय में भी तहसीलदारों और पटवारी को सख्त चेतावनी दे रखी है कि आम लोगों के काम तय समय में आसानी से होने चाहिए। मुझे किसी प्रकार की लापरवाही की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।