इंदौर। राजनीति और चुनाव में टिकट का लालच क्या-क्या नहीं करवाता। आज इंदौर शहर में कुछ ऐसा ही हुआ। कांग्रेस के मंडलम अध्यक्ष यतींद्र वर्मा ने सुबह शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया और शाम को उन्हीं की शरण में नजर आए।
इंदौर कांग्रेस में सुबह क्या हुआ
मंगलवार सुबह रीगल चौराहे पर कांग्रेस के मंडलम अध्यक्ष यतींद्र वर्मा ने टिकट को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित कुछ अन्य नेताओं पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए उनके पोस्टर पर नोटों की माला पहनाई। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में रुपए लेकर नौकरियां देने का आरोप लगाया। शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नगर निगम चुनाव के टिकट पहले ही बांट चुके हैं। इसमें कुछ महिला कार्यकर्त्ता भी शामिल हैं। रुपए देकर टिकट बांटने का काम शहर कार्यालय से लगातार जारी है। यदि कोई कार्यकर्ता इस टिकट वितरण या अन्य किसी मामले में सवाल जवाब करता है तो उसे डराने के लिए कारण बताओ नोटिस भी नगर अध्यक्ष जारी कर रहे हैं। वर्मा ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से पार्टी को बचाने की गुहार लगाते हुए मांग की कि भ्रष्टाचार का मुख्य अड्डा बन चुके शहर कांग्रेस कार्यालय से ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द कार्यमुक्त किया जाए, जिससे जमीनी कार्यकर्ताओं को कार्य करने का मौका मिले।
शाम को कहा: मुझसे यह गलती हुई कि मैंने मेरी बात पहुंचाने का तरीका गलत चुना
सुबह विरोध के स्वर तेज करने वाले वर्मा के स्वर दोपहर होते-होते बदल गए। उन्होंने कहा मंच से जो घोषणा हुई थी, उसका मुझे रोष था। मैं मानता हूं कि इस मामले को पहले मुझे पार्टी लेवल पर रखना थी। वह मेरे पार्टी के अध्यक्ष हैं, मेरा हक बनता है कि अपनी बात उनके समक्ष रखूं। मुझसे यह गलती हुई कि मैंने मेरी बात पहुंचाने का तरीका गलत चुना। मैं यह मानता हूं, माफी मांगने में मुझे कोई शर्मिंदगी नहीं है, वो मेरे पार्टी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने मंच से कह दिया था, लेकिन मानव स्वभाव है, हो गई गलती।