इंदौर। संपत्ति कर वसूली के मामलों में अक्सर मारपीट नहीं होती क्योंकि संपत्ति कर बकाया होने पर नगर निगम शासकीय प्रक्रिया के तहत संपत्ति की कुर्की कर लेता है, लेकिन श्रीयंत्र नगर में नगर निगम की टीम और मकान मालिक के बीच जबरदस्त विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि आनन-फानन में नगर निगम ने मकान को कुर्क किया और मकान मालिक के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया। इधर मकान मालिक के परिवार की एक महिला का कहना है कि निगम की टीम उनका पर्सनल मोबाइल नंबर मांग रही थी। मना किया तो झगड़ा करने लगे।
खुद को किराएदार बताकर संपत्ति कर देने से बच रहे थे: नगर निगम का आरोप
नगर निगम राजस्व विभाग के मयूर भनसोड़े ने बताया कि प्रवीण पाठक ने पहले तो निगम की टीम को टरकाया फिर गुरुवार सुबह मिलने बुलाया। खुद को मकान मालिक के स्थान पर किराएदार बता कर संपत्ति कर देने से बचने की कोशिश की। इस बात पर बात बढ़ गई और टीम के साथ बदतमीजी करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद वायरलेस सेट पर बड़े अधिकारी को सूचना दी गई। निगम के अधिकारी पहुंचे इसके बाद भंवरकुआं पुलिस को भी बुलाया गया। घटना के बाद नगर निगम ने प्रवीण पाठक के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कराया एवं उनका मकान कुर्क कर लिया।
मेरा पर्सनल नंबर मांग रहे थे, फटकारा तो मारपीट करने लगे: प्रवीण पाठक की पत्नी
परिवार की महिला ने बताया दोपहर को अपने घर के बाहर बैठ कर मोबाइल देख रही थी। तभी चार लोग आए। उन्होंने न तो मास्क लगाया था और न आईडी कार्ड था। फिर अचानक बोलने लगे कि इस घर में कौन रहता है। मैंने कहा कि किराएदार रहते हैं। मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही थी तो मैं जाने लगी। फिर उन्होंने मुझे रोका, बोलने लगे कि आपने टैक्स जमा किया कि नहीं। मैंने कहा कि मेरे पति को जानकारी है, उनका नंबर ले लो। वह बदतमीजी से बात करने लगे। बोले हम निगम वाले हैं। आपका नंबर नहीं दोगे तो घर सील करवा देंगे। इसी दौरान मेरे पति आए और उन्होंने आपत्ति ली उन लोगों ने उनके साथ मारपीट पीटा।