जबलपुर। मध्य प्रदेश के नया गांव रामपुर छापर स्थित एक आश्रम के महंत रामजी शरण महाराज को उनके ही एक शिष्य ने 7.50 लाख रुपए की चपत लगा दी। आरोपी ने गुरु से झूठ बोला कि वह आर्थिक रूप से परेशान है। बेटी की शादी करनी है। कुछ पैसे चाहिए। शिष्य की मजबूरी सुनकर महंत को पिघल गए। उन्होंने पैसे दे दिया। चार महीने में लौटाने का बोलकर आरोपी गया तो छह महीने बाद भी नहीं लौटा।
महंत ने पता लगवाया तो मालुम चला की उसकी कोई बेटी ही नहीं है। दूसरे शिष्यों के दबाव में आराेपी ने दो चेक दिए तो वो भी बाउंस हो गए। महंत ने गोरखपुर थाने में शिकायत दी है। जानकारी के अनुसार रामपुर छापर में शंकर पार्वती शारदा काली सर्व के महंत रामजी शरण से विजय नगर कचनार सिटी निवासी मनोहर लाल ने दिक्षा ली थी। वह गुरु की काफी आवभगत करता था। उसकी सेवा से महंत प्रसन्न रहते थे। वर्ष 2019 में मनोहर लाल गुरु के पास पहुंचा। उसे परेशान देख गुरु ने कारण पूछा तो उसने रोते हुए अपनी परेशानी सुनाई। बोला कि वह कर्ज में है और बेटी की शादी तय कर चुका है। कुछ रिश्तेदारों ने मदद को बोला था, लेकिन वे भी अब हाथ खड़े कर रहे हैं।
मनोहर लाल की परेशानी सुनकर महंत रामजी शरण पिघल गए। शिष्य की मदद खातिर उन्होंने जरूरत के 7.50 लाख रुपए दे दिए। मनोहर ने चार महीने में लौटाने को कहा था। छह महीने बाद भी वह न तो फिर गुरु से मिला और न ही पैसे लौटाए। तब महंत ने दूसरे शिष्यों से इस बारे में जिक्र किया। दूसरे शिष्यों ने पता लगाया तो मालुम चला कि मनोहर लाल की कोई बेटी ही नहीं है। वह किसी का कर्ज भी नहीं था। उनके दबाव में उसने गुरु को दो चेक दिए। पर वो भी बाउंस हो गए।
आरोपी दो सालों से गुरु को पैसे लौटाने में टाल मटोल करता रहा। चेले की बदनीयती समझ उन्होंने गोरखपुर थाने, एसपी व आईजी को शिकायत की। एसपी के निर्देश पर गोरखपुर पुलिस ने मामला जांच में लिया है। पुलिस ने अभी प्रकरण दर्ज नहीं किया है। महंत रामजी शरण के मुताबिक आरोपी न तो फोन उठाता है और न ही घर पर मिलता है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि प्रकरण को जांच में लिया गया है।