भोपाल। 1 नवंबर सन 2000 को मध्य प्रदेश को विभाजित करके छत्तीसगढ़ का गठन किया गया। पिछले 21 सालों में इस विभाजन के कारण ना केवल मध्यप्रदेश में बिजली महंगी हो गई बल्कि सरकारी खजाने पर 200000 करोड रुपए का कर्जा हो गया। भारतीय जनता पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी मध्य प्रदेश के दूसरे विभाजन की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अभियान शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने विधायक त्रिपाठी को भोपाल तलब किया है।
विंध्य प्रदेश के आंदोलन के नाम पर कमलनाथ को ताकतवर बनाने की रणनीति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मंत्रिमंडल का विस्तार किए जाने के बाद से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अभियान शुरू कर चुके हैं। प्रारंभिक चरण की गतिविधियों के बाद पिछले दिनों उन्होंने अपने घर पर एक मीटिंग का आयोजन किया जिसमें बिंद के कई नेताओं को आमंत्रित किया गया। सूत्रों का कहना है कि नारायण त्रिपाठी मध्य प्रदेश से अलग देश की मांग को लेकर एक बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं जिसे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सपोर्ट करेंगे।
भाजपा ने विधायक नारायण त्रिपाठी को तलब किया
रणनीति की जानकारी मिलते ही भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने विधायक नारायण त्रिपाठी को तलब कर लिया है। उनके खिलाफ अनुशासनहीनता का आरोप निर्धारित किया गया है। विधायक नारायण त्रिपाठी ने विंध्य प्रदेश के आंदोलन के लिए पार्टी से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली है। भारतीय जनता पार्टी में संगठन की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार के आंदोलन की रणनीति बनाना अनुशासनहीनता माना जाता है।