ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक कैफे पर आबकारी विभाग ने छापामार कार्रवाई की है। यहां काफी संख्या में नाबालिग हुक्का और शराब पीते मिले है। यह कैफे एक महीने पहले ही खुला है। आबकारी ने छापामार कार्रवाई रात 12.30 बजे की है। कैफे पर न बार का लाइसेंस था न ही हुक्का बार का। मालिक को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया गया है।
जिला प्रशासन से मिले निर्देश के बाद 31 दिसम्बर की रात आबकारी अमला अलर्ट था। तभी शिंदे की छावनी पर स्थित कीरो कैफे एंड क्लब पर अवैध रूप से हुक्का बार संचालित होने की जानकारी आबकारी विभाग को मिली थी। वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देने के बाद आबकारी विभाग की टीम ने उपनिरीक्षक अपर्णा विश्वकर्मा के नेतृत्व में रात में 12.30 बजे इस कैफे पर छापा मारा। खास बात यह है कि इस कैफे का संचालन पूरी तरह से अवैध रूप से हो रहा था। यहां शराब और हुक्का पिलाने का कोई लाइसेंस भी नहीं लिया गया था।
हुक्का बार संचालकों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। यहां से शराब की बोतलें और हुक्का एवं उसमें भरा जाने वाला नशे का सामान भी बरामद किया गया है। कैफे के अंदर से आधा दर्जन लोग पकड़े हैं, जिनमें से तीन नाबालिग थे। इनके अलावा बड़ों को भी नशा पिलाने का लाइसेंस कैफे के संचालक ने आबकारी विभाग से नहीं लिया था। रात को ही नाबालिग के परिजन को आबकारी विभाग के दफ्तर बुलाया गया। उनको परिजन के सुपुर्द किया गया। कैफे संचालक जितेन्द्र व अन्य पर मामला दर्ज किया गया है। पकड़े गए किशोरों ने आबकारी विभाग को बताया कि कैफे में उन्हें 600 से 700 रुपए में एंट्री मिली थी। इसमें एक बार हुक्का फ्री था। उसके बाद आगे पीने पर अतिरिक्त चार्ज देना होता था।