भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में महिला डॉक्टर के भाई ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वह परिजनों को सुबह 6 बजे घर की तीसरी मंजिल स्थित कमरे में फंदे पर मिला था। हालांकि अब तक पुलिस को किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस सुसाइड के कारणों का पता लगाने के लिए मृतक के मोबाइल फोन और कंप्यूटर को खंगाल रही है। ऐशबाग पुलिस के अनुसार बाग दिलकुशा निवासी 24 वर्षीय मोहम्मद साहब उर्फ साद पिता मोहम्मद खालिक अपने परिवार के साथ रहता था। अभी उसकी शादी नहीं हुई थी। उसकी बड़ी बहन एमबीबीएस डॉक्टर है। वह रायसेन में सरकारी अस्पताल में पदस्थ होना बताई जाती है। मृतक के बड़े भाई मोहम्मद जैद ने बताया कि उसका भाई फार्मेसी करने के बाद MR का जॉब कर रहा था।
बुधवार सुबह जब मां तीसरी मंजिल स्थित कमरे पर पहुंची, तो साद फंदे पर लटका मिला। उनकी चीख सुनकर हम सब भी ऊपर पहुंच गए और साद को हमीदिया अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी जान नहीं बचा पाए। पुलिस को घटना की सूचना हमीदिया अस्पताल से मिली थी। पुलिस ने शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
जैद ने पुलिस को बताया कि साद को जरा-जरा में गुस्सा आ जाता था। इसको लेकर वह चिड़चिड़ा हो जाता था, लेकिन अभी कोई ऐसी बात हुई नहीं थी, जिससे वह नाराज चल रहा हो। सब कुछ सामान्य था। उसने क्यों फांसी लगाई इसके बारे में परिजनों को कोई जानकारी नहीं है।
पुलिस के अनुसार मौके से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। साद के कंप्यूटर और मोबाइल की जांच की जा रही है। आखरी बार उसने किस-किस से बात की या किसे मैसेज भेजा। इसकी डिटेल निकलने के बाद ही सुसाइड के कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस का कहना है कि अभी परिजनों के भी पूरे बयान नहीं हुए हैं। एक दो दिन में स्थिति कुछ सामान्य होने के बाद ही परिजनों से बातचीत की जाएगी।