भोपाल। मध्य प्रदेश के 18 जिलों में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हो गई है। गृह विभाग ने मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टरों को गाइडलाइन जारी कर दी है एवं स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि किसी तरह की लापरवाही ना की जाए। फिलहाल संक्रमण केवल पक्षियों में पाया गया है, लेकिन खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता।
मध्य प्रदेश के 18 जिलों के नाम जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई
प्रदेश में अब तक 18 जिलों इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में कौवों और जंगली पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से 328 सेम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (एनआईएचएसएडी) जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं। अलीराजपुर जिले से भेजे गये नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस नहीं पाया गया है। सभी जिलों में रोग नियंत्रण की कार्यवाही राज्य और केन्द्र शासन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार की जा रही है।
मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने सभी कलेक्टरों को गाइडलाइन भेजी
गृह विभाग मंत्रालय, मध्यप्रदेश में सभी जिलों के कलेक्टरों को गाइडलाइन भेज दी है। इसमें कहा गया है कि वाहनों के आवागमन पर नियंत्रण रखें।
नोटिफाइड किए गए क्षेत्रों में संक्रमित पोल्ट्री को खत्म करने की कार्रवाई करें।
नोटिफाइड इलाकों में मुर्गी मुर्गी, चिकन और अंडों की बिक्री प्रतिबंधित करें।
मनुष्यों को बर्ड फ्लू के संक्रमण से दूर रखने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करें।
संदिग्ध मृत पक्षियों को कम से कम 2 मीटर गहरे गड्ढे में दफन करें।
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस की मदद ले।