भोपाल। मध्य प्रदेश के लोकप्रिय हिंदी समाचार पत्र दैनिक भास्कर में माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश की हेल्पलाइन पर आने वाले फोन कॉल के संदर्भ में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एमपी बोर्ड की हेल्पलाइन से विद्यार्थियों को सतर्क किया जा रहा है कि 'अभी जितना संभव हो, तो अकेले रहकर ही पढ़ाई करें। जितने कम लोगों के संपर्क में आएंगे, कोरोना का खतरा उतना ही कम रहेगा।' सवाल यह है कि जब एमपी बोर्ड खुद ग्रुप स्टडी के लिए मना कर रहा है तो फिर सरकार स्कूलों के ताले क्यों खोल रही है।
पत्रकार श्री अनूप दुबे की रिपोर्ट में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल और जवाब (FAQ) प्रकाशित किए गए हैं। इसमें बताया गया है कि बच्चे जब पूछते हैं कि क्या स्कूल जाने से कोरोना का खतरा बढ़ जाएगा तो मंडल की ओर से जवाब दिया जाता है 'सावधानी ही बचाव है। घर से निकलते समय कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और स्कूल जाने के लिए अपने माता-पिता की अनुमति लें। इसी तरह कोरोना से बचा जा सकता है।' (इस जवाब से बच्चों को यह सीख मिलती है कि स्कूल नहीं जाना चाहिए। कोरोनावायरस का खतरा बना हुआ है।)
एमपी बोर्ड की परीक्षाएं कब होंगी
माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन द्वारा बताया गया कि अभी तक यह तय नहीं हुआ है, लेकिन शासन इस बात का ध्यान रख रहा है कि कोरोना में बच्चों के लिए क्या बेहतर विकल्प हो सकता है। उसी पर विचार चल रहा है। जल्द ही परीक्षा को लेकर भी शासन स्थिति स्पष्ट कर देगी। (इस जवाब से संकेत मिलता है कि ऑनलाइन ओपन बुक एग्जाम कराने पर भी विचार चल रहा है।)