भोपाल। उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती में क्वालीफाई हुए अभ्यर्थी तीसरी बार दिनांक 22/01/ 2021 को जल्द नियुक्ति की मांग को लेकर भोपाल स्थित शिक्षा मंत्री के निवास पर ज्ञापन सौंपने पहुंचे। मंत्री जी की अनुपस्थिति में संबंधित कर्मचारी ने यह ज्ञापन स्वीकार किया। अभ्यर्थियों की मांग है कि चयनित शिक्षकों को शीघ्र नियुक्ति दी जाए।नियुक्ति न मिलने से उम्मीदवारों ने घोर नाराजगी व्याप्त की। हैरत की बात है कि प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी किसी से छुपी नहीं है फिर भी सरकार शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को टालती जा रही है।
इसमें उल्लेख किया गया कि प्रदेश में करीब 30 हजार शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होना है मध्यप्रदेश शासन द्वारा PEB के माध्यम से 2018 में शिक्षक भर्ती निकाली गई और इन परीक्षाओं के परिणाम वर्ष 2019 में आए जिनमें हम अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की। 2 वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी चयनित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी। दरअसल,सरकार ने अकारण ही भर्ती प्रक्रिया को रोके रखा है।
चयनित अभ्यर्थी जनवेद सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में चयनित शिक्षक घोर आर्थिक तंगी और मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं। हम भविष्य के होने वाले शिक्षक, एक शिक्षक की गरिमा से हटकर चाय बेचने, मजदूरी करने, सब्जी बेचने जैसे कार्य करने को मजबूर हैं नियुक्ति न मिलने से हम अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं एवं अपने परिवार के स्वास्थ्य एवं भरण पोषण की व्यवस्था करने में भी स्वयं को असमर्थ पा रहे हैं
चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि हमारी आधिकारिक और जायज मांग नियत समय में पूरी नहीं होती है तो हम सब को सार्वजनिक तौर पर आपसे निवेदन करने के लिए एक निश्चित तिथि पर धरना प्रदर्शन अथवा भूख हड़ताल के रूप में उपस्थित होना पड़ेगा। जो अनिश्चितकालीन रहेगा और जब तक नियुक्ति नहीं मिल जाएगी तब तक चलता ही रहेगा।