नई दिल्ली। भारत की प्राचीन परंपराएं एवं आयुर्वेद एक बार फिर आम नागरिकों की जन जीवन में महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों ने आयुर्वेद और देसी घरेलू उपचारों के महत्व को ठीक प्रकार से समझा है। घर के दरवाजे पर गाय के गोबर का लेप करना ऐसे ही टिप्स में से एक है। अब देशभर में लोग अपने घरों के दरवाजे को गोबर से लीप पाएंगे क्योंकि सरकार ने खादी प्राकृतिक पेंट लॉन्च कर दिया है।
गाय के गोबर से निर्मित भारत के इस पहले पेंट को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने विकसित किया है। यह एक पर्यावरण के अनुकूल, गैर विषाक्त पेंट है, जिसे “खादी प्राकृतिक पेंट”नाम दिया गया है। यह अपनी तरह का पहला उत्पाद है, जिसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण समाहित हैं।
पेंट की सस्ती दरों (डिस्टेंपर केवल 120 रुपये प्रति लीटर और इमल्सन केवल 225 रुपये प्रति लीटर) के बारे में बताते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ये कीमतें बड़ी कंपनयों द्वारा वसूली जाने वाली कीमतों की तुलना में आधे से भी कम हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस पेंट के निर्माण और विपणन में सरकार की भूमिका केवल एक सूत्रधार की है, वास्तव में इस पेंट का निर्माण और विपणन पेशेवर तरीके से किया जाएगा और इसे देश के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचाया जाएगा।
खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों में उपलब्ध है–
डिस्टेंपर पेंट और प्लास्टिक इमल्शन पेंट। इस परियोजना की परिकल्पना मार्च 2020 में केवीआईसी के अध्यक्ष ने की थी, और बाद में इसे केवीआईसी की एक इकाई के रूप में काम करने वाले कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज़ संस्थान, जयपुर ने विकसित किया।
इस पेंट में शीशा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम जैसी अन्य कोई भी भारी धातु नहीं है। ये स्थानीय स्तर पर निर्माण को बढ़ावा देगा और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से स्थायी स्थानीय रोज़गार सृजित करने में मदद करेगा। इस तकनीक से पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के निर्माण लिए कच्चे माल के रूप में गोबर की खपत बढ़ेगीऔर किसानों तथा गौशालाओं के लिए अतिरिक्त राजस्व के अवसर बढ़ेंगे। गाय के गोबर के उपयोग से पर्यावरण स्वच्छ होगा और नालियों के अवरुद्ध होने जैसी समस्या भी खत्म होगी।
यह 4 घंटे से भी कम समय में सूखता है और बेहतर तरीके से सतह पर लगता है। इस पेंट को अंदर और बाहर दोनों ही दीवारों पर लगाया जा सकता है। डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट दोनों ही सफेद आधार रंग (बेस कलर) में उपलब्ध हैं, और उचित रंगों के मिश्रण से कोई भी रंग बनाया जा सकता है।