भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जनसंख्या के अनुपात में शराब की दुकानें खोलना चाहते हैं। उनका कहना है कि शराब की नई दुकानें खुलने से अवैध शराब का कारोबार बंद हो जाएगा। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि हमने पिछले 10 साल में एक भी नई शराब की दुकान नहीं खोली। इस मामले में सभी पक्षों पर विचार करने के बाद ही फैसला करेंगे।
जनसंख्या के हिसाब से दुकान कम
बुधवार को गृहमंत्री ने मीडिया के सामने तर्क दिया कि अमानक शराब की रोकथाम के लिए शराब की दुकानों की संख्या बढ़नी चाहिए। उन्होंने पड़ोसी राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें अन्य प्रदेशों से तुलनात्मक रूप से प्रति लाख आबादी पर कम है। एमपी में जहां प्रति लाख आबादी पर मात्र 04 दुकाने हैं, जबकि उत्तरप्रदेश में 12, महाराष्ट्र में 21 और राजस्थान में 17 दुकानें हैं।
कम दुकान होने से दूसरे राज्य की शराब मध्यप्रदेश में बिकती है
गृहमंत्री का तर्क है कि दूसरे राज्यों को हम प्रोत्साहित करते है, अपने प्रदेशों में अमानक शराब यहां पर अवैध तरीके से लाने की, इसलिए शराब की दुकानों को बढ़ाने का सुझाव मैंने बैठक में दिया था। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग को लेकर गृह मंत्री लगातार बयान दे रहे हैं।