भोपाल। कमलनाथ सरकार के समय शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के मंत्रालय यानी वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बताया था। यही कलंक उनके माथे पर न लग जाए इसलिए शिवराज सिंह चौहान ने अपने चौथे कार्यकाल में मंत्रियों से कहा है कि दलालों से सावधान रहें।
ऐसे लोगों की कोई जाति नहीं होती, सरकार के साथ बदल जाते हैं: मुख्यमंत्री ने कहा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘कई बार आपको पता नहीं चलता। दलाल किस्म का व्यक्ति आपके यहां अंदर जाता और बाहर निकलकर किसी को बोलता है को मंत्री से बात हो गई। ऐसे बहुत से लोग होते हैं। इनसे सावधान रहें। निजी सहायक-निजी सचिव या उनके आसपास के लोग। इनसे सावधान रहें। सोच-समझकर रखें। ऐसे लोगों की कोई जाति नहीं होती। सरकार बदलते ही बदल जाते हैं। मीठी और चिकनी-चुपड़ी बातें करके करीब आते हैं। बिल्कुल नायक फिल्म की तरह। आपने देखी है न।’
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए शिवराज सरकार क्या करेगी, पढ़िए बेसिक प्लान
9 महीने और मंत्रिमंडल के तीसरे विस्तार के बाद मंत्रियों के साथ मंगलवार को कोलार डेम के गेस्ट हाउस के बाहर पहली अनौपचारिक मीटिंग हुई। इसमें सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के मंत्री भी शामिल हुए। आठ घंटे तक चली इस मीटिंग में तय हुआ कि आत्मनिर्भर मप्र के काम और नए आइडिया के लिए छह कैबिनेट सब कमेटी बनाई गई हैं। यह कमेटी कृषि, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, अधोसंरचना, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काम करेगी। हर तीन माह में इस तरह की बैठक होगी।
मुख्यमंत्री हर रोज सुबह की चाय किसी एक मंत्री के साथ पिएंगे
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंत्री जिस दिन भोपाल में रहेंगे, दौरे नहीं होंगे। उस दिन एक मंत्री के साथ सुबह चाय पर चर्चा होगी। कैबिनेट की बैठक के बाद कोई विभाग अपनी विशेष उपलब्धि पर अपना प्रेजेंटेशन देना चाहे तो वो दे। मंत्री मेहनत के साथ कुछ समय परिवार को भी दे।
मध्य प्रदेश के शिक्षा विभाग में हरियाणा की ट्रांसफर पॉलिसी लागू की जाएगी
शिक्षा विभाग की चर्चा के दौरान मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि चार राज्यों हरियाणा, गुजरात, तेलंगाना और राजस्थान के मॉडल का अध्ययन किया है। हरियाणा मॉडल ठीक है। जल्द ही इसी के आधार पर मप्र में ट्रांसफर पोस्टिंग तय होगी। इस पर मुख्यमंत्री ने भी साफ कर दिया कि यह तो ठीक है, लेकिन बाकी लोगों के लिए भी ट्रांसफर का साल में एक ही मौका होगा।