भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर एक बयान दिया है और सवाल उठाने वालों को देशद्रोही बताया है। माना जा रहा है कि उनका यह बयान पीपुल्स मेडिकल कॉलेज की वैक्सीन ट्रायल में शामिल भोपाल गैस पीड़ित मजदूर दीपक मरावी की मौत के बाद उठे सवालों के संदर्भ में है।
डॉ नरोत्तम मिश्रा का कोरोना वैक्सीन के संदर्भ में बयान
न्यूज़ एजेंसी ANI द्वारा जारी मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बयान में लिखा है कि 'वैक्सीन की विश्वसनीयता और वैज्ञानिक की योग्यता इस बात से प्रमाणित हो जाती है कि 120 से ज़्यादा देश उसकी मांग कर रहे हैं। जब भी राष्ट्र के सम्मान की बात आती है तब-तब ये विपक्षी लोग उसको दूषित करने की कोशिश करते हैं: नरोत्तम मिश्रा, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री #COVID19.
पीपुल्स मेडिकल कॉलेज को मात्र 9 घंटे में क्लीन चिट दे दी
मरने वाला मजदूर दीपक मरावी भोपाल गैस पीड़ित था, फिर भी उस पर ड्रग ट्रायल किया गया। सवाल सिर्फ इतना सा ही है कि एक बीमार व्यक्ति पर ड्रग ट्रायल क्यों किया गया। क्या इसका प्रावधान है, यदि हां तो कहां (वह दस्तावेज कहां है जिसमें लिखा है कि लंबी और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति पर ड्रग ट्रायल किया जा सकता है)।
इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि:-
वैक्सीन लगाए जाने के 9 दिन बाद मजदूर दीपक मरावी की मौत हुई।
9 जनवरी सुबह यह न्यूज़ सुर्खियों में आई। दोपहर तक सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया।
9 जनवरी को ही गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में जांच समिति का गठन कर दिया।
9 जनवरी को ही पता चला कि जांच समिति का गठन गलत हो गया है।
9 जनवरी को ही जांच समिति के आदेश में संशोधन कर दिया गया।
9 जनवरी को ही जांच समिति ने जांच पूरी कर ली और 9 लाइन की रिपोर्ट सौंप दी। (पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
9 जनवरी को मात्र 9 घंटे में पीपुल्स मेडिकल कॉलेज को क्लीन चिट दे दी गई।