भोपाल। स्कूल की पढ़ाई के बाद अब हमारे स्कूल के बच्चे अपनी रुचि और योग्यता अनुसार अपने कैरियर का चयन कर सकेंगे। उच्च शिक्षा के परंपरागत विषयों और डिग्री के अलावा कैरियर और रोजगार के बेहतर अवसर मौजूद है। यह विचार आज प्रदेश के उत्कृष्ट और मॉडल स्कूल के प्राचार्यो ने अपने दो दिवसीय एक्सपोजर विजिट और कार्यशाला के समापन पर होटल पलाश में रखे।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री Inder Singh Parmar के मार्गदर्शन में विभाग ने प्रदेश के सभी उत्कृष्ट और मॉडल स्कूल के प्राचार्यो को भोपाल में उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थानों की विजिट आयोजित की। इन संस्थानों में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, एनएलआईयू, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट और माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, अशोका विश्वविद्यालय शामिल है।
प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने कहा कि दूर -दराज के क्षेत्रों के बच्चों को कभी-कभी जानकारी के अभाव में अच्छी तरह से कैरियर मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है। इसे ध्यान मे रखकर प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों, यूनिवर्सिटी, विभाग और शिक्षकों को एक सांझा मंच प्रदान करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी एक्सीलेंस और मॉडल स्कूलों के प्राचार्य को भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों और यूनिवर्सिटी ओं की विजिट कराई गई है। इसमें संस्थानों के संचालन, प्रबंधन, संचालित कोर्सेज और एडमिशन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। अब प्रदेश के प्रतिभावान बच्चों को अपनी रुचि और योग्यता अनुसार शिक्षा एवं रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
कार्यशाला समापन कार्यक्रम में आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत, अपर संचालक श्री धीरेंद्र चतुर्वेदी सहित संस्थानों और यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर और स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे।