मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट को जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग सौंपा है। इसी प्रकार कैबिनेट मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत को उनके पुराने विभाग परिवहन एवं राजस्व सौंप दिए गए हैं। इस प्रकार मध्य प्रदेश की सत्ता में शक्ति का संतुलन हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास उतनी ही ताकत है जितनी शिवराज सिंह चौहान के पास।
मध्य प्रदेश में भाजपा का चेहरा कौन होगा
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद भी यही सवाल गूंज रहा था और सिलावट एवं राजपूत को पावरफुल पोजीशन मिलने के बाद एक बार फिर यही सवाल गूंजने लगा है। भले ही मुख्यमंत्री का पद शिवराज सिंह चौहान के पास है परंतु विभागीय बंटवारे को देखें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कम पावरफुल नहीं है। मध्य प्रदेश की सरकार में थोड़ा ध्यान से देखें दो भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग काफी कम रह गए हैं।