भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा 2020 में उम्मीदवारों की आयु की गणना 1 जनवरी 2020 से की जाए।
मध्यप्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2020 में आयु की गणना कब से की जा रही है
पत्र में उन्होंने लिखा है कि आयु की गणना एक जनवरी 2021 के आधार पर करने से बड़ी संख्या में प्रदेश के नौजवान उच्चतम आयु सीमा पार करने के कारण परीक्षा देने से वंचित हो जाएंगे। इसके लिए सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर आयु की गणना वर्ष में संशोधन करने का निर्णय करे।
MPPSC ने आयु की गणना में गड़बड़ी कब से शुरू की
उन्होंने कहा कि प्रदेश में राज्य सिविल सेवा के लिए जब 2019 में विज्ञापन निकाला तो उसमें 2018 की रिक्तियां भी शामिल कर ली गई थीं। इस परीक्षा के लिए आयु की गणना एक जनवरी 2019 से करनी थी लेकिन यह एक जनवरी 2020 के आधार पर की गई।
इसी क्रम में अब 2020 की परीक्षा में एक जनवरी 2021 से आयु सीमा तय की है। वर्ष 2018 में परीक्षा नहीं हुई, जिससे बड़ी संख्या में युवा अधिकतम आयु सीमा पार करने से वर्ष 2019 की परीक्षा में अपात्र हो गए। यही स्थिति इस बार भी बन रही है, जिसे लेकर युवाओं में आक्रोश है।
मध्य प्रदेश के रोजगार कार्यालयों में कितने बेरोजगार पंजीकृत हैं
वैसे भी प्रदेश में बड़ी संख्या में पद रिक्त होने के बाद भी शासकीय सेवा के लिए भर्ती नहीं हो रही है। रोजगार कार्यालयों में 25 लाख से अधिक बेरोजगार पंजीकृत हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य सेवा परीक्षा 2020 और जून 2021 में जारी होने वाले परीक्षा के विज्ञापन के लिए भी आयु की गणना एक जनवरी 2020 से ही करने का निर्णय लेने की मांग की है।