इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 के उम्मीदवारों को तंग करने के लिए एक नए तरीके का उपयोग शुरू किया है। प्रारंभिक परीक्षा हो जाने के बाद अचानक पारंपरिक उत्तर पुस्तिका में बदलाव कर दिया और अब जब आंसर शीट में उत्तर लिखने के लिए उम्मीदवार तर्क सम्मत तरीके से रिक्त स्थान की मांग कर रहे हैं तो एमपीपीएससी का मैनेजमेंट एक-एक लाइन के लिए उम्मीदवारों को परेशान कर रहा है। तमाम विवाद के बाद पब्लिक सर्विस कमीशन के मैनेजमेंट ने आंसर शीट में केवल 3 लाइनें बढ़ाई है।
अचानक नए प्रारूप की आंसर शीट बना दी, उत्तर लिखने के लिए जगह नहीं दे रहे
पीएससी बीते वर्षों की परीक्षाओं में प्रश्नपत्र अलग से देता था और उत्तर पुस्तिका अलग से। इस वर्ष नए प्रारुप में प्रश्न और उत्तर पुस्तिका को एक ही कर दिया गया है। परीक्षा में शामिल हो रहे सभी उम्मीदवार को एक ही कॉपी दी जाएगी। इसमें प्रश्न छपे होंगे उनके नीचे उत्तर लिखने की खाली जगह दी जाएगी। प्रश्नपत्र में तीन तरह के प्रश्न होंगे। तीन अंकों के अतिलघुत्तरीय प्रश्न, छह अंक वाले लघुउत्तरीय प्रश्न और 15 अंक वाले दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। अति लघुउत्तरीय प्रश्न के जवाब 15 से 20 शब्दों में देना है। लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर 100 शब्द में लिखना है, जबकि दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के दवाब 300 शब्दों में लिखना होंगे।
MPPSC ने 100 शब्द लिखने के लिए सिर्फ 11 लाइनें दी थी
पीएससी की ओर से जारी प्रारुप में 20 शब्द में उत्तर देने वाले प्रश्न के नीचे उत्तर लिखने के लिए 4 लाइन की जगह छोड़ी गई है। 300 शब्द वाले प्रश्न के नीचे उत्तर लिखने के लिए तीन पन्नों की खाली जगह दी गई है जिसमें 65 से ज्यादा लाइनें मिल रही है, जबकि 100 शब्द वाले प्रश्न के उत्तर के लिए 11 लाइनें ही छोड़ी गई है। उम्मीदवारों ने सवाल उठाते हुए आपत्ति दर्ज कराई है कि 20 शब्द के लिए चार लाइन और 300 शब्द के लिए तीन पेज और 65 से ज्यादा लाइनें है तो 100 शब्द के उत्तर लिखने के लिए इन्हीं के अनुपात में एक पेज की जगह तो मिलना ही चाहिए थी। आपत्ति के बाद पीएससी ने उत्तर पुस्तिका में बदलाव की बात कही थी।
5 शब्द के लिए एक लाइन तो 100 शब्द के लिए 20 लाइन होनी चाहिए
बुधवार को आयोग ने नया प्रारूप जारी कर दिया। अब 100 शब्दों वाले उत्तर लिखने के लिए पंक्तियों की संख्या 11 से बड़ा कर 14 कर दी गई है। उम्मीदवारों का कहना है पीएससी ने जगह तो बढ़ाई लेकिन सिर्फ तीन लाइनें बढ़ाने से परेशानी हल नहीं होगी। दरअसल दो लाइनों के बीच जगह काफी कम छोड़ी गई है। जिन उम्मीदवारों की हस्तलिपि बड़े आकार की है उन्हें अब परीक्षा से एन पहले इन पंक्तियों में फिट बैठने के लिए अक्षर छोटे करने की प्रैक्टिस करना होगी। हालांकि पीएससी का कहना है कि 14 पंक्तियों के नीचे भी काफी मार्जिन छोड़ा गया है उसका उपयोग भी उम्मीदवार कर सकेंगे।
पढ़ाई करने के बजाय परेशान हो रहे हैं एमपीपीएससी के उम्मीदवार
उम्मीदवार कह रहे हैं कि आयोग ने नए प्रारुप के साथ निर्देश भी जारी कर दिया है कि तय शब्दों से ज्यादा में जवाब लिखने पर अंक काट लिए जाएंगे। उम्मीदवारों को मजबूरी में अपनी राइटिंग को छोटी कर जैसे-तैसे खाली जगह में उत्तर लिखना होगा। इसमें परेशानी तो आएगी ही उम्मीदवार का समय भी चला जाएगा। कॉपी के फॉर्मेट से साफ लग रहा है कि उसका आकार भी ए-4 साइज का होगा। ऐसे में परेशानी और बढ़ जाएगी। बेहतर है कि दो पंक्तियों के बीच का मार्जिन भी बढ़ाया जाए।