इंदौर। भोपाल समाचार सहित मध्यप्रदेश के कुछ चुनिंदा प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों की खबर का असर हुआ है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा 2019 के लिए आंसर शीट का निर्धारित किया गया फॉर्मेट बदलेगा। उल्लेखनीय है कि एमपीपीएससी ने इस बार आंसर शीट में ही क्वेश्चन प्रिंट करने का फैसला लिया है। आंसर लिखने के लिए स्टैंडर्ड हैंडराइटिंग को ध्यान में रखते हुए स्पेस खाली छोड़ा है। इसी बात पर मीडिया ने आपत्ति जताई थी।
इंदौर के पत्रकार श्री लोकेश सोलंकी की एक रिपोर्ट के अनुसार एमपीपीएससी के अधिकारियों ने उनसे कहा है कि आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए फॉर्मेट में बदलाव किया जाएगा। बीते वर्षों की परीक्षाओं में पीएससी प्रश्नपत्र अलग से देता था और उत्तर पुस्तिका अलग से। इस वर्ष नए प्रारुप में प्रश्न और उत्तर पुस्तिका को एक ही कर दिया गया है। परीक्षा में शामिल हो रहे सभी उम्मीदवार को एक ही उत्तर पुस्तिका दी जाएगी। इसमें प्रश्न छपे होंगे उनके नीचे उत्तर लिखने की खाली जगह दी जाएगी।
नई आंसर शीट में लोक सेवा आयोग ने क्या किया है
प्रश्नपत्र में तीन तरह के प्रश्न होंगे। तीन अंकों के अतिलघुत्तरीय प्रश्न, छह अंक वाले लघुउत्तरीय प्रश्न और 15 अंक वाले दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। अति लघुउत्तरीय प्रश्न के जवाब 15 से 20 शब्दों में देना है। लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर 100 शब्द में लिखना है, जबकि दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के दवाब 300 शब्दों में लिखना होंगे।
पीएससी की ओर से जारी प्रारुप में 20 शब्द में उत्तर देने वाले प्रश्न के नीचे उत्तर लिखने के लिए चार लाइन की जगह छोड़ी गई है। 300 शब्द वाले प्रश्न के नीचे उत्तर लिखने के लिए तीन पन्नों की खाली जगह दी गई है जिसमें 65 से ज्यादा लाइनें मिल रही है, जबकि 100 शब्द वाले प्रश्न के उत्तर के लिए 11 लाइनें ही छोड़ी गई है। उम्मीदवारों ने सवाल उठाते हुए आपत्ति दर्ज कराई है। कि 20 शब्द के लिए चार लाइन और 300 शब्द के लिए तीन पेज और 65 से ज्यादा लाइनें है तो 100 शब्द के उत्तर लिखने के लिए इन्हीं के अनुपात में एक पेज की जगह तो मिलना ही चाहिए थी।
निर्धारित से ज्यादा शब्दों में जवाब लिखने पर नंबर कट जाएंगे
आयोग ने नए प्रारुप के साथ निर्देश भी जारी कर दिया है कि तय शब्दों से ज्यादा में जवाब लिखने पर अंक काट लिए जाएंगे। उम्मीदवारों को मजबूरी में अपनी राइटिंग को छोटी कर जैसे-तैसे खाली जगह में उत्तर लिखना होगा। इसमें परेशानी तो आएगी ही उम्मीदवार का समय भी चला जाएगा। पीएससी को 100 शब्द के उत्तर के लिए पर्याप्त जगह देना चाहिए। कॉपी के फॉर्मेट से साफ लग रहा है कि उसका आकार भी ए-4 साइज का होगा। ऐसे में परेशानी और बढ़ जाएगी।
आयोग के ध्यान में यह समस्या आ गई है: परीक्षा नियंत्रक
डॉ. रविंद्र पंचभाई, परीक्षा नियंत्रक, मप्र लोकसेवा आयोग ने पत्रकार श्री लोकेश सोलंकी को बताया कि आयोग के ध्यान में यह समस्या आ गई है। अध्यक्ष के सामने इसका प्रस्ताव भी रख दिया गया है। चर्चा चल रही है कि उत्तर लिखने के लिए जगह बढ़ाई जाएगी। जल्द ही निर्णय लेकर नया फॉर्मेट उम्मीदवारों की प्रेक्टिस के लिए जारी कर दिया जाएगा।