भोपाल। कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर बैठे मध्य प्रदेश पुलिस के आरक्षक विवेक कुमार परमार को अपने ट्रांसफर के लिए अमिताभ बच्चन से सिफारिश करवाना महंगा पड़ गया। पुलिस मुख्यालय ने विवेक को उसके बूढ़े माता-पिता की सेवा करने का मौका नहीं दिया बल्कि विवेक की पत्नी को भी उसके माता-पिता से अलग कर दिया।
विवेक कुमार पिछले साढ़े 3 साल से अपना ट्रांसफर ग्वालियर कराना चाहता था। इसके लिए वे विभागीय स्तर पर जहां भी संभव हो सकता था, निवेदन कर चुका था। कौन बनेगा करोड़पति के दौरान बात निकली तो विवेक ने अपनी परेशानी अमिताभ बच्चन के सामने बयां कर दी। अमिताभ बच्चन ने सोचा होगा कि शायद मेरी अपील से मध्य प्रदेश की सरकार और पुलिस पर प्रभाव पड़ेगा और मानवता के नाते विवेक का ट्रांसफर ग्वालियर कर दिया जाएगा, परंतु अमिताभ बच्चन गलत थे।
पुलिस मुख्यालय ने विवेक का ट्रांसफर ग्वालियर नहीं किया बल्कि उनकी पत्नी प्रीति सिकरवार का ट्रांसफर ग्वालियर से मंदसौर नारकोटिक्स डिपार्टमेंट में कर दिया। आरक्षक विवेक कुमार को जब खबर मिली तो वह फूट-फूट कर रोने लगे। विवेक का कहना है कि मैंने अपना स्थानांतरण ग्वालियर मांगा था क्योंकि मेरे माता-पिता भी ग्वालियर के पास ही रहते हैं। मैं अपने परिवार को भी समय देना चाहता था लेकिन विभाग ने मेरे साथ न्याय करने की बजाए अन्याय कर दिया। इससे तो अच्छा है कि मेरी पत्नी का तबादला रद्द कर दिया जाए। कोई तो हो बूढ़े माता-पिता की देखभाल के लिए।