इंदौर। खंडवा पुलिस ने इंदौर शहर से अरविंद चौहान के बेटे प्रदीप चौहान और ओमप्रकाश वाधवानी के बेटे मोहन वाधवानी उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया है। खंडवा पुलिस का दावा है कि यह दोनों लोग 100BET मोबाइल ऐप बनाकर CRICKET BETTING का अवैध कारोबार करते थे। खंडवा पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का कारोबार कई राज्यों में फैला हुआ है। मोहन वाधवानी और मोनू अवैध कारोबार का सरगना है।
100BET MOBILE APP के नाम से सट्टा संचालित किया जा रहा था: ऋषिकेश मीणा (आईपीएस)
बुधवार को मोघट थाने में डिजीटल सट्टे के मामले को लेकर मोघट थाना प्रभारी प्रशिक्षु आइपीएस ऋषिकेश मीणा ने कॉफ्रेंस ली। उन्होंने बताया कि 11 जनवरी को सिंधी कॉलोनी में ऑन लाइन सट्टा चला रहे राजकुमार और रवि को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि दोनों के तार क्रिकेट का सट्टा चलाने वाले एक गिरोह से जुड़े हुए हैं, जो एक 100 बेट एप के नाम से सट्टा चला रहा है।
इंदौर की सिंधी कॉलोनी से संचालित हो रहा था क्रिकेट का सट्टा
दोनों आरोपितों के पास से मिली जानकारी के आधार पर पदमनगर थाना प्रभारी पुष्पेंद्र राठौर को टीम के साथ इंदौर भेजा गया। इंदौर में प्रतीक पुत्र अरविंद चौहान और मोहन उर्फ मोनू पुत्र ओमप्रकाश वाधवानी के ठिकाने पर दबिश दी गई। दोनों इंदौर के सिंधी कॉलोनी के निवासी हैं। प्रतीक ओर मोहन उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर खंडवा लाया गया। आरोपितों के पास 9 एटीएम व डेबिट कार्ड मिले हैं।
इसके अलावा 9 मोबाइल, एक लैपटाप और सट्टा संचालित किए जाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले अन्य उपकरण और नोटबुक मिली है। इन सभी को जब्त किया गया है। इसके साथ ही आरोपितों से 20 हजार 750 रुपये जब्त किए गए। इस कार्रवाई में मोघट थाना प्रभारी बीएल अटोदे, पदमनगर थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर, रामेश्वर चौकी प्रभारी एसआई विकास खींची, एएसआई घंद्रकात सोनवने, आरक्षक अरविंद तोमर, संतोष, राजेंद्र पांजरे सहित अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रेसवार्ता के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा और नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे भी मौजूद रहे।
सटोरिए की एक डायरी में एक करोड़ का हिसाब किताब मिला
11 जनवरी को मोघट क्षेत्र के सिंधी कॉलोनी में दबिश देकर राजू उर्फ राजकुमार पुत्र होतचंद आसवानी और रवि पिता रमेशलाल आसवानी को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपित राजकुमार के घर में से उसे ऑनलाइन क्रिकेट का सट्टा चलाते हुए पकड़ा था। 40 लाख से अधिक रुपये का सट्टा पुलिस के हाथ लगा। डायरी में एक करोड़ से अधिक का हिसाब लिखा हुआ मिला। आरोपितों से 6 मोबाइल, एक लैपटॉप, एक टीवी, एक सेट टॉप बाक्स, एक डीवीआर एक की बोर्ड, एक नोटबुक और 11 हजार 450 रुपये जब्त किए गए। मोघट थाने में आरोपितों पर प्रकरण दर्ज किया गया था।
मास्टर माइंड मोनू वाधवानी ने बना रखा था एप
प्रशिक्षु आइपीएस मीणा ने बताया कि इस पूरे मामले में मास्टर मोनू वाधवानी है। वह सटटा ऑनलाइन संचालित करता था। इसके लिए उसने 100 बेट नाम का एप बना रखा था। एप से जुड़ने के लिए 10 हजार रुपये लेकर खाता खुलवाया जाता था। इसके बाद वेब एड्रेस से आइडी पासवार्ड दिए जाते थे और फिर इस आई डी पासवर्ड पर ही सट्टा उतारा जाता था। ऑनलाइन होने से इसे कहीं से भी इसे ऑपरेट किया जा सकता है। मध्यप्रदेश के अलावा भी अन्य प्रदेशों में वाधवानी ने अपना नेटवर्क फैला रखा है।