इंदौर। प्रधानमंत्री पथ विक्रेता स्वरोजगार योजना के तहत दिए जाने वाले 10 हजार रुपये के ऋण के लिए लोगों को कई बार बैंकों के चक्कर काटना पड़ रहे हैं। इससे परेशान 80 लोग गुरुवार को बैंक ऑफ बड़ौदा के स्टार चौराहा स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की।
उनका कहना था कि बैंक की शाखा में बताया जा रहा है कि इस ऋण को लेने पर ब्याज लगेगा। जबकि यह योजना ब्याजमुक्त है। इसके अलावा ऋण स्वीकृत होने पर 10 से 15 दिन बाद आने को कहा जा रहा है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बैंक कार्यालय के द्वार बंद कर दिए गए। हंगामा बढ़ता देख निगम के अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हमने बैंक के अधिकारियों को समझाया कि निगम ने पथ विक्रेता स्वरोजगार योजना के लोगों का सर्वे, सत्यापन कर जानकारी बैंकों को दे दी है। इसके बाद भी बैंकों की शाखाएं उनके ऋण स्वीकृत करने में देरी कर रही हैं।
कलेक्टर और निगमायुक्त भी पहले ही शहर के सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारियों की इस संबंध में बैठक लेकर निर्देश जारी कर चुके हैं। इसके बाद भी बैंक शाखाओं द्वारा देरी की जा रही है। बैंकों को इसके लिए शिविर लगाकर हितग्राहियों को जल्द से जल्द इसका लाभ देना चाहिए। इंदौर में अभी तक 50 हजार से ज्यादा लोगों के ऋण स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें से 21 हजार 115 लोगों को ही इस योजना के तहत अभी तक ऋण मिल पाए हैं।