भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ओपन बुक एग्जाम में 290 नकल के मामले सामने आए हैं। दरअसल, ओपन बुक परीक्षा प्रणाली में स्टूडेंट्स को छूट दी गई थी कि वह किताब में से देखकर उत्तर लिख सकते हैं परंतु 290 विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने आंसर सीट पर अपने हाथ से उत्तर नहीं लिखे बल्कि आंसर शीट लिखने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति का उपयोग किया है। यह सभी प्रकरण डिप्लोमा विंग से डिप्लोमा इंजीनियरिंग और डिप्लोमा फार्मेसी की सितंबर 2020 परीक्षा में बनाए गए हैं।
जो आंसर शीट किसी और ने लिखी वह निरस्त कर दी गई
राजीव गांधी टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी द्वारा पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के चलते ओपन बुक सिस्टम से परीक्षा आयोजित कराई गई थी। इसके बाद भी कई स्टूडेंट ने अपने दोस्त, भाई, बहन और शिक्षकों से उत्तर लिखवा लिए। लेकिन विवि द्वारा सख्ती से कराए मूल्यांकन में यह छात्र पकड़े गए। डिप्लोमा विंग के परीक्षा नियंत्रक यूआर सुरंगे ने बताया कि अब इनकी संबंधित विषय की परीक्षा निरस्त कर दी गई है।
दूसरे स्टूडेंट की आंसर शीट कॉपी करके अपलोड कर दी
दूसरे छात्र की उत्तरपुस्तिका को अपना बता दिया- एक प्रकरण ऐसा भी है जिसमें छात्र ने परीक्षा देने में कोई मेहनत ही नहीं की। अपने किसी दोस्त से इलेक्ट्रिकल सर्किट की उत्तरपुस्तिका बुलाई और उसे अपलोड कर दी।
एक प्रोफेसर ने ड्राइंग डिजाइन बना कर सारे स्टूडेंट्स को शेयर कर दिया
यह मामला ड्राइंग डिजाइन करने में सामने आया है। अधिकारियों ने संभावना जताई कि ड्राइंग देखकर ऐसा लगता है कि वह किसी शिक्षक से बनाई और छात्रों ने आपस में शेयर तो की लेकिन एक से अधिक वही अपलोड कर दी है।