सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहली थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर गुरुवार सुबह पहाड़ी पर झाड़ियों में किशोर का शव मिला है। उसके सिर पर चोट के निशान हैं। वह दो दिन से घर से लापता था। किशोर के पिता ने थाने में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। सुबह शौच के लिए पहाड़ी पर गए लोगों को शव वहां दिखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पुलिस व एफएसएल टीम भी पहुंची। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
सुरेंद्र नामदेव ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 6 बजे वह घर के पास ही स्थित बाजार में एक दुकान पर बैठे थे, तभी उनके बेटे हर्ष (15) ने आकर 20 रुपए मांगे। उन्होंने पैसे देकर उसे घर जाने के लिए कहा। इसके बाद रात करीब 8 बजे जब वह घर पहुंचे, तो हर्ष घर पर नहीं था। हर्ष की मां से पूछा, तो उन्होंने भी जानकारी नहीं होने की बात कही। उसे फोन भी किया, लेकिन मोबाइल बंद था। इसके बाद परिजन ने करीब 3 घंटे बाजार में उसकी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। रात 11 बजे रहली थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
रहली टीआई रोहित मिश्रा ने बताया, हर्ष मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था। सुरेंद्र नामदेव ने बताया, हर्ष को 15 हजार रुपए का मोबाइल फोन भी दिलाया था। सुरेन्द्र स्कूल बस ड्राइवर हैं, लेकिन अभी स्कूलों बंद होने से पिछले कुछ महीनों से काम बंद है। वह अधिकांश समय घर पर ही रहते हैं। हर्ष तीन बहनों में इकलौता भाई था। हर्ष से बड़ी दो और छोटी एक बहन हैं। बड़ी बहन साक्षी ने बताया कि हर्ष इस बार 9वीं में आया था। स्कूल से आने के बाद वह घर पर ही रहता था, कहीं नहीं जाता था। उसके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे। पिता सुरेंद्र का कहना है, उनकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। परिजन का दावा है कि बुधवार को हर्ष को पहाड़ी क्षेत्र में भी तलाशा था, लेकिन तब वहां शव नहीं था। पहाड़ी पर हर्ष का शव जिस जगह मिला है, उससे कुछ दूर एक हफ्ते पहले अधेड़ का शव भी मिला था।
रहली टीआई के मुताबिक पहाड़ी पर फिसल कर गिरने से पत्थर से चोट भी लग सकती है। हर्ष के सिर पर भी चोट के ऐसे ही निशान भी मिले हैं। शव के पास से मोबाइल नहीं मिला है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया गया है। पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।