भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में बाणसागर बांध की नहर में यात्रियों से भरी बस डूब जाने एवं 40 से ज्यादा यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि हो जाने के बावजूद सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया के बसंत उत्सव में शामिल होकर हंसते हुए भोजन करने वाले परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सामाजिक भर्त्सना के बाद आगामी 1 साल तक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में भोजन का त्याग कर दिया है।
पूरा प्रदेश शोकमग्न था और मंत्री के यहां बसंत उत्सव मनाया जा रहा था
बसंत पंचमी के दिन मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ हादसा, पूरे देश के लिए शोक का समाचार था। पूरा मध्य प्रदेश यात्रियों, विशेष तौर पर छात्रों की इस तरह हादसे में अकाल मृत्यु से शोकमग्न था और सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदोरिया के यहां बसंत उत्सव मनाया जा रहा था। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के अलावा और भी कई मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता इस उत्सव में शामिल हुए थे। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का फोटो वायरल हो गया था, क्योंकि वह मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री हैं। हादसे के लिए उनका विभाग भी जिम्मेदार है।
मंत्री बोले- अंर्तरात्मा की आवाज से निर्णय लिया
रविवार को परिवहन मंत्री ने मंत्री के कहा कि उन्होंने अंतर्रात्मा की आवाज से एक निर्णय लिया है। किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में एक साल तक भोज नहीं करूंगा। मंत्री ने बताया कि मंत्री अरविंद भदौरिया के घर पर बसंत पंचमी के दिन सरस्वती जी का पूजन था। जिसमें प्रसादी का वितरण भी था। प्रसादी को उन्होंने भी कुछ साथियों के साथ ग्रहण किया। मंत्री ने कहा कि उनके प्रसाद ग्रहण करने के फोटो को कुछ लोगों ने वायरल कर दिया। विपक्ष ने इसका मुद्दा बना दिया। इससे उनको दु:,ख हुआ है। इसलिए अब विपक्ष को कोई मुद्दा न मिले। इसलिए वह एक साल सार्वजनिक कार्यक्रम में भोजन नहीं करेंगे।
ऐसे हादसों पर पहले मंत्री इस्तीफा दे दिया करते थे
भारत में राजनीति की परंपराएं कितनी तेजी से बदल रही हैं और नेताओं की बेशर्मी कितनी ज्यादा बढ़ती जा रही है यह मामला इसका ताजा प्रमाण है। बीसवीं सदी तक इस तरह के हादसे होने पर विभागीय मंत्री इस्तीफा दे दिया करते थे। लेकिन इस बार ना केवल परिवहन मंत्री एक उत्सव में शामिल हुए बल्कि सवाल करने पर यह भी कहा कि 'मेरे अलावा भी तो और कई लोग गए थे'। इतना ही नहीं परिवहन विभाग ने इस हादसे के लिए जिसमें 60 में से 54 यात्रियों की मौत हो गई, लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहराया था।