भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए बस हादसे में 51 यात्रियों की मौत हो चुकी है। उम्मीद थी कि आज परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बताएंगे, बुधवार को प्रदेश में कहां क्या कार्रवाई हुई परंतु प्रेस का सामना करने के बजाय परिवहन मंत्री फोटो खिंचवाने के लिए होशंगाबाद रोड पहुंच गए।
36 सीटर बस में 120 यात्री सवार थे, परिवहन मंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की
मध्य प्रदेश के लीडिंग न्यूज़ पेपर दैनिक भास्कर में प्रमुखता के साथ खबर दिखाई दे रही है कि मुरैना में 36 सीटर बस पर 120 यात्री सवार थे। 60 यात्री बस स्टैंड से बैठे थे और 20 यात्री तो आरटीओ चेकपोस्ट से ही सवार हुए थे बावजूद इसके ना तो बस को रोका गया और ना ही कोई कार्रवाई हुई। खबर सामने आने के बावजूद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
परिवहन मंत्री कार्रवाई कर रहे हैं या कंफ्यूज कर रहे हैं
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत हादसे वाले दिन सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया के यहां बसंत उत्सव में शामिल हुए थे। बुधवार को उन्होंने अपने बचाव में कुछ दलीलें दी और गुरुवार को होशंगाबाद रोड पहुंच गए। लोकल मीडिया को प्रॉपर इंफॉर्मेशन दी गई थी। फोटो, वीडियो और बयान में कहीं कोई कमी नहीं है लेकिन सवाल यह है कि परिवहन मंत्री कार्रवाई करने के लिए होशंगाबाद रोड गए हैं या जनता को कंफ्यूज करने के लिए।
राजपूत सर, हिसाब बताइए बुधवार और गुरुवार को कहां कितनी कार्रवाई हुई
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को घटना की सूचना मिलते ही सीधी के लिए रवाना होना चाहिए था परंतु नहीं हुए। दूसरे दिन मुख्यमंत्री के साथ जाना चाहिए था परंतु नहीं गए। गुरुवार को प्रेस के सामने आकर हिसाब बताना चाहिए था कि कहां कितनी कार्रवाई हुई ताकि पता चले कि सरकार संवेदनशील है और सीधी जैसा हादसा दोबारा नहीं होने दिया जाएगा लेकिन आज भी ऐसा नहीं हुआ। 36 सीटर बस में 120 यात्रियों की सवारी वाले मामले में मुरैना के आरटीओ को सस्पेंड करना तो दूर की बात, मंत्री जी ने जांच कराने तक की बात नहीं की।
नहर के पास से गुजर रही 36 सीटर बस में 120 यात्री सवार थे
दैनिक भास्कर ने दावा किया है कि 17 फरवरी 2021 दिन बुधवार को मुरैना-देवगढ़-चिन्नौनी रूट जो नहर के किनारे से गुजरता है। नहर में इन दिनों 15 फीट ऊंचाई तक पानी है। दोपहर करीब 2 बजे बस नंबर MP-06P 0906 गुजरी। ये बस 36 सीटर थी, लेकिन 120 से ज्यादा यात्री ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे। बस के अंदर 60 के करीब और इतने ही उसकी छत पर सवार थे। चौंकाने वाली बात यह है कि बस स्टैंड से रवाना होने के बाद बस RTO चेकपोस्ट से भी गुजर गई। यहां 20 सवारी इंतजार कर रही थीं। ड्राइवर ने बस रोकी और सभी को चढ़ा लिया। ओवरलोड बस नहर किनारे भी तेज स्पीड में चली जा रही थी। बस में ओवलोडिंग इतनी ज्यादा थी कि उसका एक किनारा नहर की तरफ झुकने लगा था।
बस का अस्थाई परमिट लेकर ओवरलोडिंग
मध्यप्रदेश ट्रांसपोर्ट विभाग की वेबसाइट में जांच करने पर बस मुरैना निवासी फिरंगी सिंह परमार के नाम पर रजिस्टर्ड मिली। परिवहन विभाग से अस्थाई परमिट लेकर इसे चलाया जा रहा है।