पाकिस्तान मूल की एक्ट्रेस सोमी अली ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर कई राज खोल दिए हैं। सलमान खान की दीवानगी में अमेरिका से भारत आने वाली सोमी अली ने सलमान खान से शादी तो नहीं कर पाई लेकिन फिल्में काफी की। बॉलीवुड में जगह बनाने के बाद सोमी अली वापस अमेरिका चली गई। इन दिनों सोमी अली अपना NGO नो मोर टियर्स चला रही है। सोमी खुद भी सेक्शुअल असॉल्ट और रेप सर्वाइवर रही हैं। उनकी जिंदगी के हादसों ने ही आज उन्हें एक मजबूत औरत बनाया है। सोमी ने अपनी कहानी खुद सुनाई है:-
भारत पूरी दुनिया में मेरी सबसे पसंदीदा जगह है: सोमी अली
ऐसा लगता है 100 साल पुरानी बात है (हंसते हुए) मैं अमेरिका 1999 दिसंबर में आई थी। यहां मेरा फिलहाल 21वां साल चल रहा है। ऐसा लग रहा है कि वह कोई पिछला जन्म था। बहुत अच्छी जर्नी थी। भारत पूरी दुनिया में मेरी सबसे पसंदीदा जगह है, खासकर राजस्थान तो बड़ा खूबसूरत है। मुझे वहां का खाना, खास तौर पर मुंबई में शिव सागर की पाव-भाजी, इन सबकी बहुत याद आती है।
बॉलीवुड में मैंने बहुत गलतियां की है: सोमी अली
उस वक्त मैं बहुत छोटी और सीधी-सादी थी। अब मैं अपने मिड ऐज में हूं और उस वक्त मैं जानती नहीं थी फिल्म इंडस्ट्री के उसूल और तौर-तरीके क्या होते हैं? मैंने बहुत गलतियां कीं। जिन लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए था, उन पर विश्वास किया। मैं उन्हें इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकती, क्योंकि मैंने भी बहुत भूल की हैं। मगर उनसे मैंने काफी कुछ सीखा। ऐसा नहीं है कि अब इस उम्र में मुझसे कोई भूल-चूक नहीं होती। हम इंसान होने के नाते रोज कुछ सीखते हैं, गिरते हैं और दोबारा उठ खड़े होते हैं।
ओम पुरी की फिल्म 'चुप' के बाद मैं चुप हो गई: सोमी अली
मेरा सबसे प्राउड मोमेंट तब था, जब मैंने दिवंगत ऐक्टर ओम पुरी जी के साथ काम किया। मैं उनकी बहुत बड़ी फैन थी। महान अभिनेता जीतू जी (जितेंद्र) के साथ मेरी आखरी फिल्म 'चुप' में मैं उनके साथ थी। मैंने अपने करियर में कुल 10 फिल्में की हैं। 'चुप' के बाद मैं चुप हो गई और वापस चली गई फ्लोरिडा (हंसते हुए) मगर मैं ओम जी के साथ काम करके बहुत खुश थी। चूंकि मुझे डॉक्यूमेंटरी और आर्ट किस्म की फिल्में पसंद थीं और वे उस तरह की कई फिल्में कर चुके थे।
समाज में लोग पीड़ित लड़की को ही दोषी ठहराते हैं: सोमी अली
जब मैंने अपने साथ हुए फिजिकल अब्यूज के बारे में बोलना शुरू किया, तो मुझे बहुत ज्यादा ह्युमिलिएशन का शिकार होना पड़ा। हमारे समाज की दिक्कत यही है, हालांकि हम 2021 में आ पहुंचे हैं, तब भी पीड़ित को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। यह पहलू मुझे बड़ा तंग करता है। मैंने आवाज उठाई, 3 साल पहले मैंने बोलना शुरू किया,क्योंकि मैं भी एक सर्वाइवर हूं। जब मैं अपनी सच्चाई बाहर लाई, तो मेरी ऑनलाइन बहुत निगेटिव ट्रोलिंग हुई। कई अटैक्स भी हुए। आम तौर पर मैंने देखा है कि जो औरतें और लड़कियां हैं, जब वह अपनी सच्ची घटनाओं के बारे में बयान करती हैं, तो उन्हें निगेटिव रिस्पॉन्स मिलता है और उन्हें री विक्टिमाइज किया जाता है। मैं न सिर्फ अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी आवाज उठा रही हूं, मगर लोगों को यह बात पसंद नहीं आती। वे तो बस पीड़ित को ही दोषी ठहराते हैं।
5 साल की उम्र में सेक्शुअली अब्यूज, 9वे साल में मॉलेस्ट और 14 में रेप हुआ
पाकिस्तान में जब मैं 5 साल की थी, तो मेरे कुक ने मुझे 3 बार सेक्शुअली अब्यूज किया। जब मैं 9 साल की थी तो चौकीदार ने भी मुझे मॉलेस्ट किया। हम अमेरिका में रह रहे थे और जब मैं 14 साल की थी, तो एक पार्क में 17 साल के लड़के ने मेरा रेप किया।
भारत में मेरे साथ डोमेस्टिक वायलेंस की घटनाएं हुई: सोमी अली
मैं 16 से 24 साल के बीच भारत में थी, उस समय मेरे साथ डॉमेस्टिक वायलेंस की कई घटनाएं साथ घटीं। इन्हीं हादसों के कारण मैंने नो मोर टीयर्स को जन्म दिया। मेरा ध्यान एक ही चीज पर है कि मैं हर रोज सुबह अपने बिस्तर से उठकर किसी की जिंदगी बचाऊं। इससे बेहतर जीने का और क्या मकसद हो सकता है।
सलमान से शादी के लिए अमेरिका से भारत आई थी सोमी अली
भारत आने के बारे में सोमी अली ने कहा, 'मैंने 16 साल की उम्र में 'मैंने प्यार किया' देखी थी और मुझे लगा कि इसी आदमी से मुझे शादी करनी है। मैंने मां से कहा कि मैं कल इंडिया जा रही हूं। मैंने अपनी मां से बहुत जिद की। मुंबई में हमारे एक रिश्तेदार थे। मैंने उनसे मिलने और ताजमहल देखने का बहाना बनाकर इंडिया जाने के लिए अपने पैरंट्स को राजी कर लिया। फिर मैं पाकिस्तान में कुछ दिन रुकने के बाद मुंबई पहुंच गई।'